अंबुज
From जैनकोष
कृष्ण का शंख । यह प्रचंड आवाज करता है । कृष्ण ने इसे महानागशय्या पर आरूढ़ होकर बजाया था । हरिवंशपुराण - 55.60-61
कृष्ण का शंख । यह प्रचंड आवाज करता है । कृष्ण ने इसे महानागशय्या पर आरूढ़ होकर बजाया था । हरिवंशपुराण - 55.60-61