सुमंद्रर: Difference between revisions
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<div class="HindiText"> <p> एक मुनि। सद्भद्रिलपुर नगर के राजा मेघरथ के ये दीक्षागुरू थे। ये पाच वर्ष तक विहार करते रहे और अंत में राजगृह नगर से मोक्ष गये। <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 18.112-116, 119 </span></p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> एक मुनि। सद्भद्रिलपुर नगर के राजा मेघरथ के ये दीक्षागुरू थे। ये पाच वर्ष तक विहार करते रहे और अंत में राजगृह नगर से मोक्ष गये। <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_18#112|हरिवंशपुराण - 18.112-116]], [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_18#119|119]] </span></p> | ||
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Latest revision as of 18:52, 14 December 2023
एक मुनि। सद्भद्रिलपुर नगर के राजा मेघरथ के ये दीक्षागुरू थे। ये पाच वर्ष तक विहार करते रहे और अंत में राजगृह नगर से मोक्ष गये। हरिवंशपुराण - 18.112-116, 119