सुमंद्रर
From जैनकोष
एक मुनि। सद्भद्रिलपुर नगर के राजा मेघरथ के ये दीक्षागुरू थे। ये पाच वर्ष तक विहार करते रहे और अंत में राजगृह नगर से मोक्ष गये। हरिवंशपुराण - 18.112-116, 119
एक मुनि। सद्भद्रिलपुर नगर के राजा मेघरथ के ये दीक्षागुरू थे। ये पाच वर्ष तक विहार करते रहे और अंत में राजगृह नगर से मोक्ष गये। हरिवंशपुराण - 18.112-116, 119