रत्नपटली: Difference between revisions
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<div class="HindiText"> <p> रत्ननिर्मित पिटारा । वृषभदेव द्वारा उखाड़े गये केश समुद्र में क्षेपण करने के पूर्व इसी में रखे गये थे । इसका अपर नाम रत्नपुट था । <span class="GRef"> (महापुराण 17.204, 209), </span><span class="GRef"> ([[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_3#284|पद्मपुराण -3. 284]]) </span></p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> रत्ननिर्मित पिटारा । वृषभदेव द्वारा उखाड़े गये केश समुद्र में क्षेपण करने के पूर्व इसी में रखे गये थे । इसका अपर नाम रत्नपुट था । <span class="GRef"> (महापुराण 17.204, 209), </span><span class="GRef"> ([[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_3#284|पद्मपुराण -3. 284]]) </span></p> | ||
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Latest revision as of 15:21, 27 November 2023
रत्ननिर्मित पिटारा । वृषभदेव द्वारा उखाड़े गये केश समुद्र में क्षेपण करने के पूर्व इसी में रखे गये थे । इसका अपर नाम रत्नपुट था । (महापुराण 17.204, 209), (पद्मपुराण -3. 284)