संवित्: Difference between revisions
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Latest revision as of 21:03, 17 February 2024
स्याद्वादमंजरी/16/221/28 सम्यग्वैपरीत्येन विद्यतेऽवगम्यते वस्तुस्वरूपमनयेति संवित् । = जिससे यथार्थ रीति से वस्तु का ज्ञान हो उस ज्ञान को संवित् कहते हैं।