रूपवती: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
(Imported from text file) |
||
(4 intermediate revisions by 2 users not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
<p id="1"> (1) | <div class="HindiText"> <p id="1" class="HindiText"> (1) इंद्र विद्याधर की पुत्री । इंद्र के पिता सहस्रार ने इस कन्या को देकर रावण से संधि करने के लिए कहा था । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_12#164|पद्मपुराण - 12.164-169]] </span></p> | ||
<p id="2">(2) दशांगभोगनगर के राजा वज्रकर्ण की कन्या । यह लक्ष्मण की दूसरी पटरानी थी । इसके पुत्र का नाम पृथिवीतिलक था । <span class="GRef"> पद्मपुराण 80.109, 95.20, 31 </span></p> | <p id="2" class="HindiText">(2) दशांगभोगनगर के राजा वज्रकर्ण की कन्या । यह लक्ष्मण की दूसरी पटरानी थी । इसके पुत्र का नाम पृथिवीतिलक था । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_80#109|पद्मपुराण - 80.109]], 95.20, 31 </span></p> | ||
</div> | |||
<noinclude> | <noinclude> | ||
Line 11: | Line 11: | ||
[[Category: पुराण-कोष]] | [[Category: पुराण-कोष]] | ||
[[Category: र]] | [[Category: र]] | ||
[[Category: प्रथमानुयोग]] |
Latest revision as of 15:21, 27 November 2023
(1) इंद्र विद्याधर की पुत्री । इंद्र के पिता सहस्रार ने इस कन्या को देकर रावण से संधि करने के लिए कहा था । पद्मपुराण - 12.164-169
(2) दशांगभोगनगर के राजा वज्रकर्ण की कन्या । यह लक्ष्मण की दूसरी पटरानी थी । इसके पुत्र का नाम पृथिवीतिलक था । पद्मपुराण - 80.109, 95.20, 31