रूपवती
From जैनकोष
(1) इंद्र विद्याधर की पुत्री । इंद्र के पिता सहस्रार ने इस कन्या को देकर रावण से संधि करने के लिए कहा था । पद्मपुराण - 12.164-169
(2) दशांगभोगनगर के राजा वज्रकर्ण की कन्या । यह लक्ष्मण की दूसरी पटरानी थी । इसके पुत्र का नाम पृथिवीतिलक था । पद्मपुराण - 80.109, 95.20, 31