आचार्यभक्ति: Difference between revisions
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Latest revision as of 14:40, 27 November 2023
सोलहकारण भावनाओं में एक भावना― आचार्यों में मन, वचन और काय से भावों की शुद्धि के साथ श्रद्धा रखना । महापुराण 63. 327,331, हरिवंशपुराण - 34.141