गजपुर: Difference between revisions
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== पुराणकोष से == | == पुराणकोष से == | ||
<span class="HindiText">(1) विजयार्ध पर्वत के दक्षिण भाग में स्थित एक नगर । यहाँ श्रीपाल आया था । <span class="GRef"> महापुराण 47.128, </span><span class="GRef"> हरिवंशपुराण 34.43, 46.1 </span><span class="GRef"> पांडवपुराण 2.247 </span></br><span class="HindiText"> (2) हस्तिनापुर । शांति, कुंथु और अर इन तीन तीर्थंकरों की जन्मभूमि । यही पर अंधकवृष्णि का पूर्वजन्म का जीव गौतम उत्पन्न हुआ था । <span class="GRef"> पद्मपुराण 20.52-54, </span><span class="GRef"> हरिवंशपुराण 18.103 </span> | <span class="HindiText">(1) विजयार्ध पर्वत के दक्षिण भाग में स्थित एक नगर । यहाँ श्रीपाल आया था । <span class="GRef"> महापुराण 47.128, </span><span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_34#43|हरिवंशपुराण - 34.43]],[[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_34#46|हरिवंशपुराण - 34.46]].1 </span><span class="GRef"> पांडवपुराण 2.247 </span></br><span class="HindiText"> (2) हस्तिनापुर । शांति, कुंथु और अर इन तीन तीर्थंकरों की जन्मभूमि । यही पर अंधकवृष्णि का पूर्वजन्म का जीव गौतम उत्पन्न हुआ था । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_20#52|पद्मपुराण - 20.52-54]], </span><span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_18#103|हरिवंशपुराण - 18.103]] </span> | ||
Latest revision as of 14:41, 27 November 2023
सिद्धांतकोष से
भरत क्षेत्र का एक नगर–देखें मनुष्य - 4.7।
पुराणकोष से
(1) विजयार्ध पर्वत के दक्षिण भाग में स्थित एक नगर । यहाँ श्रीपाल आया था । महापुराण 47.128, हरिवंशपुराण - 34.43,हरिवंशपुराण - 34.46.1 पांडवपुराण 2.247
(2) हस्तिनापुर । शांति, कुंथु और अर इन तीन तीर्थंकरों की जन्मभूमि । यही पर अंधकवृष्णि का पूर्वजन्म का जीव गौतम उत्पन्न हुआ था । पद्मपुराण - 20.52-54, हरिवंशपुराण - 18.103