सूर्यावर्त: Difference between revisions
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<div class="HindiText"> (1) राम का एक धनुष । <span class="GRef"> पद्मपुराण 103.11-12 </span>देखें [[ राम ]]</p> | <div class="HindiText"> (1) राम का एक धनुष । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_103#11|पद्मपुराण - 103.11-12]] </span>देखें [[ राम ]]</p> | ||
(2) पुष्करपुर नगर का राजा । इसकी रानी यशोधरा और पुत्र रश्मिवेग था । इन्होंने मुनिचंद्र नामक मुनि से धर्मोपदेश सुनकर तपस्या की थी । इसकी रानी यशोधरा ने भी गुणवती आर्यिका से दीक्षा ले ली थी । <span class="GRef"> महापुराण 59.228-232, </span><span class="GRef"> हरिवंशपुराण 27.80-82 </span></p> | (2) पुष्करपुर नगर का राजा । इसकी रानी यशोधरा और पुत्र रश्मिवेग था । इन्होंने मुनिचंद्र नामक मुनि से धर्मोपदेश सुनकर तपस्या की थी । इसकी रानी यशोधरा ने भी गुणवती आर्यिका से दीक्षा ले ली थी । <span class="GRef"> महापुराण 59.228-232, </span><span class="GRef"> हरिवंशपुराण 27.80-82 </span></p> | ||
(3) सुमेरु पर्वत का अपर नाम । देखें [[ सुमेरु ]]</p> | (3) सुमेरु पर्वत का अपर नाम । देखें [[ सुमेरु ]]</p> |
Revision as of 22:36, 17 November 2023
सिद्धांतकोष से
सुमेरु पर्वत का अपर नाम-देखें सुमेरु ।
पुराणकोष से
(1) राम का एक धनुष । पद्मपुराण - 103.11-12 देखें राम
(2) पुष्करपुर नगर का राजा । इसकी रानी यशोधरा और पुत्र रश्मिवेग था । इन्होंने मुनिचंद्र नामक मुनि से धर्मोपदेश सुनकर तपस्या की थी । इसकी रानी यशोधरा ने भी गुणवती आर्यिका से दीक्षा ले ली थी । महापुराण 59.228-232, हरिवंशपुराण 27.80-82
(3) सुमेरु पर्वत का अपर नाम । देखें सुमेरु