ए मेरे मीत! निचीत कहा सोवै: Difference between revisions
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ए मेरे मीत! निचीत कहा सोवै
फूटी काय सराय पायकै, धरम रतन जिन खोवै ।।ए. ।।१ ।।
निकसि निगोद मुकत जैवेको, राहविषैं कहा जोवै ।।ए. ।।२ ।।
`द्यानत' गुरु जागुरू पुकारैं, खबरदार कि न होवै ।।ए. ।।३ ।।