द्वितीयस्थिति: Difference between revisions
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देखें [[ स्थिति#1 | स्थिति - 1]]। | <span class="GRef"> क्षपणासार/ भाषा/583/695/17</span><br> <p class="HindiText">ताके ऊपरिवर्ती (अंतर स्थिति के उपरिवर्ती) अवशेष सर्व स्थिति ताका नाम '''द्वितीय स्थिति''' है।</p> | ||
<p class="HindiText">देखें [[ अंतरकरण#1.2 | अंतरकरण - 1.2 ]]अंतरकरण से नीचे की अंतर्मुहूर्तप्रमित स्थिति को प्रथम स्थिति कहते हैं और अंतरकरण से ऊपर की स्थिति को '''द्वितीय स्थिति''' कहते हैं।</p> | |||
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Latest revision as of 14:34, 15 August 2023
क्षपणासार/ भाषा/583/695/17
ताके ऊपरिवर्ती (अंतर स्थिति के उपरिवर्ती) अवशेष सर्व स्थिति ताका नाम द्वितीय स्थिति है।
देखें अंतरकरण - 1.2 अंतरकरण से नीचे की अंतर्मुहूर्तप्रमित स्थिति को प्रथम स्थिति कहते हैं और अंतरकरण से ऊपर की स्थिति को द्वितीय स्थिति कहते हैं।
अधिक जानकारी के लिये देखें स्थिति - 1।