खेलौंगी होरी, आये चेतनराय: Difference between revisions
From जैनकोष
(New page: खेलौंगी होरी, आये चेतनराय<br> दरसन वसन ज्ञान रँग भीने, चरन गुलाल लगाय।।खेल...) |
No edit summary |
||
Line 9: | Line 9: | ||
[[Category:Bhajan]] | [[Category:Bhajan]] | ||
[[Category:द्यानतरायजी]] | [[Category:द्यानतरायजी]] | ||
[[Category:आध्यात्मिक भक्ति]] |
Latest revision as of 01:12, 16 February 2008
खेलौंगी होरी, आये चेतनराय
दरसन वसन ज्ञान रँग भीने, चरन गुलाल लगाय।।खेलौं. ।।१ ।।
आनँद अतर सुनय पिचकारी, अनहद बीन बजाय।।खेलौं.।।२ ।।
रीझौं आप रिझावौं पियको, प्रीतम लौं गुन गाय ।।खेलौं. ।।३ ।।
`द्यानत' सुमति सुखी लखि सुखिया, सखी भई बहु भाय।।खेलौं.।।४ ।।