स्थविरकल्प: Difference between revisions
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<p> मुनियों का एक भेद-नि:शल्य होकर मूल भावनाओं और उत्तर भावनाओं सहित पाँचों महाव्रतों, पांच समितियों और तीन गुप्तियों को धारण करने वाला मुनि । <span class="GRef"> महापुराण 20.161-170 </span></p> | <div class="HindiText"> <p> मुनियों का एक भेद-नि:शल्य होकर मूल भावनाओं और उत्तर भावनाओं सहित पाँचों महाव्रतों, पांच समितियों और तीन गुप्तियों को धारण करने वाला मुनि । <span class="GRef"> महापुराण 20.161-170 </span></p> | ||
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Revision as of 16:59, 14 November 2020
मुनियों का एक भेद-नि:शल्य होकर मूल भावनाओं और उत्तर भावनाओं सहित पाँचों महाव्रतों, पांच समितियों और तीन गुप्तियों को धारण करने वाला मुनि । महापुराण 20.161-170