अंबुज: Difference between revisions
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<p> कृष्ण का शंख । यह प्रचंड आवाज करता है । कृष्ण ने इसे महानागशय्या पर आरूढ़ होकर बजाया था । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 55.60-61 </span></p> | <div class="HindiText"> <p> कृष्ण का शंख । यह प्रचंड आवाज करता है । कृष्ण ने इसे महानागशय्या पर आरूढ़ होकर बजाया था । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 55.60-61 </span></p> | ||
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Revision as of 16:52, 14 November 2020
कृष्ण का शंख । यह प्रचंड आवाज करता है । कृष्ण ने इसे महानागशय्या पर आरूढ़ होकर बजाया था । हरिवंशपुराण 55.60-61