पुष्पवृष्टि: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
Komaljain7 (talk | contribs) mNo edit summary |
||
Line 10: | Line 10: | ||
[[Category: पुराण-कोष]] | [[Category: पुराण-कोष]] | ||
[[Category: प]] | [[Category: प]] | ||
[[Category: प्रथमानुयोग]] |
Revision as of 11:01, 19 October 2022
केवलज्ञान की प्राप्ति पर तथा मुनियों की पारणा के पश्चात् देवों द्वारा की जाने वाली पुष्पवर्षा । यह अष्ट प्रातिहार्यों में एक प्रातिहार्य एवं पंचाश्चर्यों में एक आश्चर्य है । महापुराण 6.87, 8. 173-175, 24.46, 49