पुष्पवन
From जैनकोष
भूत-पिशाच आदि से व्याप्त महाभयानक एक वन । अलंकार पुर के राजा सुमाली के पुत्र रत्नश्रवा ने विद्यासिद्धि इसी वन में की थी । पद्मपुराण -7. 146
भूत-पिशाच आदि से व्याप्त महाभयानक एक वन । अलंकार पुर के राजा सुमाली के पुत्र रत्नश्रवा ने विद्यासिद्धि इसी वन में की थी । पद्मपुराण -7. 146