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<li>क्षौद्रवर समुद्र का रक्षक व्यंतरदेव | <li>क्षौद्रवर समुद्र का रक्षक व्यंतरदेव <span class="GRef">( तिलोयपण्णत्ति )</span>-देखें [[ व्यंतर#4.7 | व्यंतर - 4.7]], </li> | ||
<li>इक्षुवर द्वीप का रक्षक व्यंतरदेव | <li>इक्षुवर द्वीप का रक्षक व्यंतरदेव <span class="GRef">( हरिवंशपुराण )</span>-देखें [[ व्यंतर#4.7 | व्यंतर - 4.7]]। </li> | ||
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Revision as of 22:21, 17 November 2023
सिद्धांतकोष से
- क्षौद्रवर समुद्र का रक्षक व्यंतरदेव ( तिलोयपण्णत्ति )-देखें व्यंतर - 4.7,
- इक्षुवर द्वीप का रक्षक व्यंतरदेव ( हरिवंशपुराण )-देखें व्यंतर - 4.7।
पुराणकोष से
(1) भवनवासी देवों का इंद्र । यह महावीर को प्राप्त केवलज्ञान की पूजा के लिए आया था वीरवर्द्धमान चरित्र 14.54-58
(2) इक्षुवर द्वीप का रक्षक देव । हरिवंशपुराण 5.643