ज्ञानभावना: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
(Imported from text file) |
||
Line 1: | Line 1: | ||
<p> मुनि के ध्यान में सहायक पाँच भावनाएं । वाचना, पृच्छना, अनुप्रेक्षण, परिवर्तन (आवृत्ति) और धर्मदेशन पांच भावनाएं हैं । महापुराण 21.95-96</p> | <p> मुनि के ध्यान में सहायक पाँच भावनाएं । वाचना, पृच्छना, अनुप्रेक्षण, परिवर्तन (आवृत्ति) और धर्मदेशन पांच भावनाएं हैं । <span class="GRef"> महापुराण 21.95-96 </span></p> | ||
Line 5: | Line 5: | ||
[[ ज्ञानप्रवाद | पूर्व पृष्ठ ]] | [[ ज्ञानप्रवाद | पूर्व पृष्ठ ]] | ||
[[ | [[ ज्ञानभूषण | अगला पृष्ठ ]] | ||
</noinclude> | </noinclude> | ||
[[Category: पुराण-कोष]] | [[Category: पुराण-कोष]] | ||
[[Category: ज्ञ]] | [[Category: ज्ञ]] |
Revision as of 21:41, 5 July 2020
मुनि के ध्यान में सहायक पाँच भावनाएं । वाचना, पृच्छना, अनुप्रेक्षण, परिवर्तन (आवृत्ति) और धर्मदेशन पांच भावनाएं हैं । महापुराण 21.95-96