अंबुज: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
|||
Line 1: | Line 1: | ||
<p> कृष्ण का शंख । यह | <p> कृष्ण का शंख । यह प्रचंड आवाज करता है । कृष्ण ने इसे महानागशय्या पर आरूढ़ होकर बजाया था । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 55.60-61 </span></p> | ||
<noinclude> | <noinclude> | ||
[[ | [[ अंबिका | पूर्व पृष्ठ ]] | ||
[[ | [[ अंबुदावर्त | अगला पृष्ठ ]] | ||
</noinclude> | </noinclude> | ||
[[Category: पुराण-कोष]] | [[Category: पुराण-कोष]] | ||
[[Category: अ]] | [[Category: अ]] |
Revision as of 16:18, 19 August 2020
कृष्ण का शंख । यह प्रचंड आवाज करता है । कृष्ण ने इसे महानागशय्या पर आरूढ़ होकर बजाया था । हरिवंशपुराण 55.60-61