आतम जान रे जान रे जान: Difference between revisions
From जैनकोष
(New page: आतम जान रे जान रे जान<br> जीवनकी इच्छा करै, कबहुँ न मांगै काल । (प्राणी!)<br> सो...) |
No edit summary |
||
Line 13: | Line 13: | ||
[[Category:Bhajan]] | [[Category:Bhajan]] | ||
[[Category:द्यानतरायजी]] | [[Category:द्यानतरायजी]] | ||
[[Category:आध्यात्मिक भक्ति]] |
Latest revision as of 09:08, 15 February 2008
आतम जान रे जान रे जान
जीवनकी इच्छा करै, कबहुँ न मांगै काल । (प्राणी!)
सोई जान्यो जीव है, सुख चाहै दुख टाल ।।आतम. ।।१ ।।
नैन बैनमें कौन है, कौन सुनत है बात । (प्राणी!)
देखत क्यों नहिं आपमें, जाकी चेतन जात ।।आतम. ।।२ ।।
बाहिर ढूंढ़ैं दूर है, अंतर निपट नजीक । (प्राणी!)
ढूंढनवाला कौन है, सोई जानो ठीक ।।आतम. ।।३ ।।
तीन भुवनमें देखिया, आतम सम नहिं कोय । (प्राणी!)
`द्यानत' जे अनुभव करैं, तिनकौं शिवसुख होय ।।आतम. ।।४ ।।