पायो जी सुख आतम लखकै: Difference between revisions
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पायो जी सुख आतम लखकै
ब्रह्मा विष्णु महेश्वरको प्रभु, सो हम देख्यो आप हरखकै।।पायो. ।।१ ।।
देखनि जाननि समझनिवाला, जान्यो आपमें आप परखकै।।पायो. ।।२।।
`द्यानत' सब रस विरस लगैं हैं, अनुभौ ज्ञानसुधारस चखकै।।पायो. ।।३ ।।