अब समझ कही
From जैनकोष
अब समझ कही
कौन कौन आपद विषयनितैं, नरक निगोद सही।।अब. ।।१ ।।
एक एक इन्द्री दुखदानी, पांचौं दुखत नहीं।।हम.।।२ ।।
`द्यानत' संजम कारजकारी, धरौ तरौ सब ही ।।हम.।।३ ।।
अब समझ कही
कौन कौन आपद विषयनितैं, नरक निगोद सही।।अब. ।।१ ।।
एक एक इन्द्री दुखदानी, पांचौं दुखत नहीं।।हम.।।२ ।।
`द्यानत' संजम कारजकारी, धरौ तरौ सब ही ।।हम.।।३ ।।