Search results
- [[ वर्णीजी-प्रवचन:मोक्षपाहुड - गाथा 64 | पूर्व पृष्ठ ]] ...9 KB (44 words) - 11:56, 17 May 2021
- ...ृष्ट स्थिति 64 समय और उत्कृष्ट आबाधा 16 समय है। अतएव आबाधा कांडक का प्रमाण 64/16 = 4 होगा।</p> ...36 KB (546 words) - 22:16, 17 November 2023
- ...8 KB (41 words) - 11:56, 17 May 2021
- <span class="GRef">श्लोकवार्तिक पुस्तक 2/1/3/2/20/64 भाषा</span><p class="HindiText"> किन्हीं कर्म ...29 KB (569 words) - 19:29, 15 February 2024
- ...19 KB (366 words) - 14:39, 27 November 2023
- ...ाती है, उसकी सांतर-निरंतर द्रव्यवर्गणा संज्ञा है । यह सार्थक संज्ञा है । (64/12) । यह भी अग्रहण वर्गणा ही है; ...40 KB (538 words) - 21:35, 8 January 2024
- ...18 KB (143 words) - 11:55, 17 May 2021
- <p> <strong>(64) विषयविरक्त शीलरुचिक ज्ञानी ...14 KB (41 words) - 11:57, 17 May 2021
- <p>कुल स्थान = 64</p> ...40 KB (1,191 words) - 15:08, 26 February 2024
- [[ वर्णीजी-प्रवचन:मोक्षपाहुड - गाथा 64 | अगला पृष्ठ ]] ...12 KB (50 words) - 11:56, 17 May 2021
- [[ वर्णीजी-प्रवचन:रयणसार - गाथा 64 | अगला पृष्ठ ]] ...15 KB (26 words) - 11:57, 17 May 2021
- [[ वर्णीजी-प्रवचन:युक्त्यनुशासन - गाथा 64 | अगला पृष्ठ ]] ...15 KB (52 words) - 11:56, 17 May 2021
- ...>( पंचसंग्रह / प्राकृत/4/392-440 )</span>, (पं.सं./सं./4/199-257), (शतक/54-64), <span class="GRef">( धवला 6/146-198 )</span>, <span class="GRef"> ...94 KB (7,374 words) - 22:36, 17 November 2023
- ...के चरणों में आयगा, उसका बंधन तो नीचे हो जायगा और उसका विकास ऊपर हो जायगा । 64 यज्ञ चमर ढोलते हैं । ये भक्ति ...21 KB (83 words) - 16:34, 2 July 2021
- ...1), (भगवती आराधना / विजयोदयी टीका / गाथा 608/805), (तत्त्वार्थसार अधिकार 2/64)।</span></li> ...21 KB (228 words) - 14:39, 27 November 2023
- ...21 KB (66 words) - 17:53, 28 November 2021
- <p> <strong>(64) सम्यक्त्वाचरण का प्रताप</strong> ...20 KB (49 words) - 11:55, 17 May 2021
- ...षायपाहुड़ 1/1,1/15/22/2 )</span>, <span class="GRef">( कषायपाहुड़/1/1,1/46/64/4 )</span> <span class="GRef">( प्रवचनसार / तत्त ...40 KB (781 words) - 14:41, 27 November 2023
- [[ वर्णीजी-प्रवचन:भावपाहुड - गाथा 64 | पूर्व पृष्ठ ]] ...20 KB (51 words) - 11:56, 17 May 2021
- [[ वर्णीजी-प्रवचन:परमात्मप्रकाश - गाथा 64 | पूर्व पृष्ठ ]] ...19 KB (56 words) - 11:56, 17 May 2021