आक्रोश
From जैनकोष
(1) एक परीषह― दूसरों के द्वारा उत्तेजित किये जाने पर भी शरीर के प्रति निस्पृह रहते हुए कषायों को हृदय में स्थान नहीं देना, उन पर विजय प्राप्त करना । महापुराण 36.121
(2) इस नाम का एक वानरवंशी नृप । पद्मपुराण - 60.5-6
(1) एक परीषह― दूसरों के द्वारा उत्तेजित किये जाने पर भी शरीर के प्रति निस्पृह रहते हुए कषायों को हृदय में स्थान नहीं देना, उन पर विजय प्राप्त करना । महापुराण 36.121
(2) इस नाम का एक वानरवंशी नृप । पद्मपुराण - 60.5-6