उत्सर्पिणी
From जैनकोष
काल का एक भेद । यह दश कोड़ा-कोड़ी समय प्रमाण होता है । इसमें रूप, बल, आयु, शरीर और सुख का उत्कर्षण होता है । इसके छ: भेद होते हैं― दु:षमा-दु:षमा, दु:षमा, सुषमा-दु:षमा, दु:षमा-सुषमा, सुषमा और सुषमा-सुषमा । महापुराण 3.14-21 पद्मपुराण - 20.77-78, हरिवंशपुराण - 7.56-59, वीरवर्द्धमान चरित्र 18.65-86