औदयिक भाव
From जैनकोष
धवला 1/1,1,8/161/1
कर्मणामुदयादुत्पन्नो गुणः औदयिकः।
= जो कर्मों के उदय से उत्पन्न होता है उसे औदयिक भाव कहते हैं।
अधिक जानकारी के लिये देखें उदय - 9
धवला 1/1,1,8/161/1
कर्मणामुदयादुत्पन्नो गुणः औदयिकः।
= जो कर्मों के उदय से उत्पन्न होता है उसे औदयिक भाव कहते हैं।
अधिक जानकारी के लिये देखें उदय - 9