कमलागर्भ
From जैनकोष
एक निर्ग्रंथ मुनि । इनके व्याख्यान को सुनकर गांधारी नगरी के राजा भूति और उसके पुरोहित उपमन्यु ने पाप-कार्य का त्याग कर दिया था । पद्मपुराण - 31.42
एक निर्ग्रंथ मुनि । इनके व्याख्यान को सुनकर गांधारी नगरी के राजा भूति और उसके पुरोहित उपमन्यु ने पाप-कार्य का त्याग कर दिया था । पद्मपुराण - 31.42