कौमुदी
From जैनकोष
(1) एक नगरी यहाँ का राजा सुग्रीव था । यहीं तापस अनुंधर आया था । पद्मपुराण - 39.180-181
(2) एक हजार देवों से रक्षित एक गदा । यह रामचंद्र को प्राप्त चार महारत्नों में एक महारत्न और लक्ष्मण को प्राप्त सप्त रत्नों में दूसरा रत्न था । श्रीकृष्ण को भी यह रत्न प्राप्त था । महापुराण 68. 643-677, हरिवंशपुराण - 53.49-50