दिव्याष्टगुण
From जैनकोष
सिद्ध परमेष्ठी के आठ गुण । ये हैं― अनंतज्ञान, अनंतदर्शन, अव्याबाधत्व, सम्यक्त्व, अवगाहनत्व, सूक्ष्मत्व, अगुरुलघुत्व और अनंतवीर्य । महापुराण 25. 223
सिद्ध परमेष्ठी के आठ गुण । ये हैं― अनंतज्ञान, अनंतदर्शन, अव्याबाधत्व, सम्यक्त्व, अवगाहनत्व, सूक्ष्मत्व, अगुरुलघुत्व और अनंतवीर्य । महापुराण 25. 223