पुंड्र
From जैनकोष
वृषभदेव की प्ररेणा से इंद्र द्वारा निर्मित गौड (वंग) देश । वृषभदेव ने यहाँ के भव्य जीवों को संबोधित किया था । महापुराण 16.143-152, 25.287-288, 29.41
(2) आकार में लंबे और मीठे पौंडे (गन्ना) । महापुराण 3.203
वृषभदेव की प्ररेणा से इंद्र द्वारा निर्मित गौड (वंग) देश । वृषभदेव ने यहाँ के भव्य जीवों को संबोधित किया था । महापुराण 16.143-152, 25.287-288, 29.41
(2) आकार में लंबे और मीठे पौंडे (गन्ना) । महापुराण 3.203