महारथ
From जैनकोष
(1) पूर्वघातकीखंड द्वीप के पूर्व विदेहक्षेत्र में वत्स देस की सुसीमा नगरी के राजा दशरथ का पुत्र । राजा दशरथ इसे राज्य देकर संयमी हो गया था । महापुराण 61.2-8
(2) एक वानर कुमार विद्याधर । यह हरिवंशी राजा कुणिम का पुत्र था । यह बहुरूपिणी विद्या के साधक रावण को कुपित करने लंका गया था । पद्मपुराण - 21.50-51,पद्मपुराण - 70.14-16
(3) कुरुवंशी एक नृप । यह राजा चित्ररथ का उत्तराधिकारी था । हरिवंशपुराण - 45.28
(4) राजा वसुदेव और उसकी रानी अवंती का तीसरा पुत्र । सुमुख और दुर्मुख इसके अनुज थे । हरिवंशपुराण - 48.64
(5) वृषभदेव के चौसठवें गणधर । हरिवंशपुराण - 12.66
(6) अतिरथ, महारथ, समरथ और अर्घरथ इन चार प्रकारों के राजाओं में दूसरे प्रकार के राजा । कृष्ण और जरासंध के युद्ध में ऐसे राजा भी युद्ध करने आये थे ये शस्त्र और शास्त्रार्थ में निपुण दयालु, महाशक्तिमान् और धैर्यशाली थे । हरिवंशपुराण - 50.77-85