वलाहक-
From जैनकोष
(1) एक पर्वत । यह राजगृही के पाँच पर्वतों में चौथा पर्वत है । इसका आकार डोरी सहित धनुष के समान है । पद्मपुराण - 8.24, हरिवंशपुराण - 4.55 देखें राजगृह
(2) कृष्ण के सेनापति अनावृष्टि के शंख का नाम । हरिवंशपुराण - 51.20-21
(3) विजयार्ध पर्वत की उत्तरश्रेणी का अट्ठावनवाँ नगर । हरिवंशपुराण - 22.91