सारौ दिन निरफल खोयबौ करै छै
From जैनकोष
(राग खमाच)
सारौ दिन निरफल खोयबौ करै छै ।
नरभव लहिकर प्रानी बिनज्ञान, सारौ दिन निरफल खोयबौ करै छै ।
परसंपति लखि निजचितमाहीं, विरथा मूरख रोयबौ करै छै ।।१ ।।
कामानलतैं जरत सदा ही, सुन्दर कामिनी जोयबौ करै छै ।।२ ।।
जिनमत तीर्थस्थान न ठानै, जलसों पुद्गल धोयबो करै छै ।।३ ।।
`भागचन्द' इमि धर्म बिना शठ, मोहनींद में सोयबौ करै छै ।।४ ।।