सिंहवाह
From जैनकोष
कंस की नागशय्या । कृष्ण ने इस शय्या पर चढ़कर अजितंजय नामक धनुष चढ़ाया था तथा पाँचजन्य शंख फूंका था । हरिवंशपुराण - 35.72-77
कंस की नागशय्या । कृष्ण ने इस शय्या पर चढ़कर अजितंजय नामक धनुष चढ़ाया था तथा पाँचजन्य शंख फूंका था । हरिवंशपुराण - 35.72-77