स्थलगता
From जैनकोष
दृष्टिवाद अंग के अंतर्गत चूलिका के पाँच भेदों में एक भेद । इसमें दो करोड़ नौ लाख नवासी हजार दो सौ पाँच पद है । हरिवंशपुराण - 10.123-124
दृष्टिवाद अंग के अंतर्गत चूलिका के पाँच भेदों में एक भेद । इसमें दो करोड़ नौ लाख नवासी हजार दो सौ पाँच पद है । हरिवंशपुराण - 10.123-124