अवस्थित गुणश्रेणी
From जैनकोष
सम्यक्त्व मोहनीय की अष्ट वर्ष स्थिति करने के समय से लगाकर ऊपर के सर्व समयों में उदयादि अवस्थिति गुणश्रेणि आयाम है। देखें संक्रमण - 9।
सम्यक्त्व मोहनीय की अष्ट वर्ष स्थिति करने के समय से लगाकर ऊपर के सर्व समयों में उदयादि अवस्थिति गुणश्रेणि आयाम है। देखें संक्रमण - 9।