चेतन! मान ले बात हमारी
From जैनकोष
चेतन! मान ले बात हमारी
पुद्गल जीव जीव पुद्गल नहिं, दोनों की विधि न्यारी।।चेतन. ।।१ ।।
चहुँगतिरूप विभाव दशा है, मोखमाहिं अविकारी।।चेतन. ।।२।।
`द्यानत' दरवित सिद्ध विराजै, `सोहं' जपि सुखकारी।।चेतन. ।।३ ।।
चेतन! मान ले बात हमारी
पुद्गल जीव जीव पुद्गल नहिं, दोनों की विधि न्यारी।।चेतन. ।।१ ।।
चहुँगतिरूप विभाव दशा है, मोखमाहिं अविकारी।।चेतन. ।।२।।
`द्यानत' दरवित सिद्ध विराजै, `सोहं' जपि सुखकारी।।चेतन. ।।३ ।।