User contributions for 69.226.218.78
11 February 2008
- 04:5904:59, 11 February 2008 diff hist +947 N सोग न कीजे बावरे! मरें पीतम लोग New page: सोग न कीजे बावरे! मरें पीतम लोग<br> जगत जीव जलबुदबुदा, नदी नाव सँजोग।।सोग. ।...
- 04:5904:59, 11 February 2008 diff hist +660 N संसारमें साता नाहीं वे New page: संसारमें साता नाहीं वे<br> छिनमें जीना छिनमें मरना, धन हरना छिनमाहीं वे।।...
- 04:5904:59, 11 February 2008 diff hist +1,142 N समझत क्यों नहिं वानी, अज्ञानी जन New page: समझत क्यों नहिं वानी, अज्ञानी जन<br> स्यादवाद-अंकित सुखदायक, भाषी केवलज्ञ...
- 04:5804:58, 11 February 2008 diff hist +630 N विपतिमें धर धीर, रे नर! विपतिमें धर धीर New page: विपतिमें धर धीर, रे नर! विपतिमें धर धीर<br> सम्पदा ज्यों आपदा रे!, विनश जै है ...
- 04:5804:58, 11 February 2008 diff hist +1,019 N रे जिय! जनम लाहो लेह New page: रे जिय! जनम लाहो लेह<br> चरन ते जिन भवन पहुँचैं, दान दैं कर जेह।।रे जिय. ।।<br> ...
- 04:5804:58, 11 February 2008 diff hist +655 N ये दिन आछे लहे जी लहे जी New page: ये दिन आछे लहे जी लहे जी<br> देव धरम गुरूकी सरधा करि, मोह मिथ्यात दहे जी दहे ... current
- 04:5704:57, 11 February 2008 diff hist +1,088 N मोहि कब ऐसा दिन आय है New page: मोहि कब ऐसा दिन आय है<br> सकल विभाव अभाव होंहिंगे, विकलपता मिट जाय है ।।मोह...
- 04:5704:57, 11 February 2008 diff hist +883 N मेरे मन कब ह्वै है बैराग New page: मेरे मन कब ह्वै है बैराग<br> राज समाज अकाज विचारौं, छारौं विषय कारे नाग।।म...
- 04:5704:57, 11 February 2008 diff hist +675 N मेरी मेरी करत जनम सब बीता New page: मेरी मेरी करत जनम सब बीता<br> परजय-रत स्वस्वरूप न जान्यो, ममता ठगनी ठग लीता...
- 04:5704:57, 11 February 2008 diff hist +1,328 N मिथ्या यह संसार है, झूठा यह संसार है रे New page: मिथ्या यह संसार है, झूठा यह संसार है रे<br> जो देही षट्रससों पोषै, सो नहिं स...
- 04:5604:56, 11 February 2008 diff hist +1,061 N मानों मानों जी चेतन यह New page: मानों मानों जी चेतन यह<br> मानों मानों जी चेतन यह, विषै भोग छांड देहु,<br> विष...
- 04:5604:56, 11 February 2008 diff hist +1,118 N भाई! ज्ञानका राह सुहेला रे 2 New page: भाई! ज्ञानका राह सुहेला रे<br> दरब न चहिये देह न दहिये, जोग भोग न नवेला रे ।।...
- 04:5604:56, 11 February 2008 diff hist +1,135 N भाई! ज्ञानका राह दुहेला रे 1 New page: भाई! ज्ञानका राह दुहेला रे<br> मैं ही भगत बड़ा तपधारी, ममता गृह झकझेला रे ।।...
- 04:5504:55, 11 February 2008 diff hist +1,207 N भाई काया तेरी दुखकी ढेरी New page: भाई काया तेरी दुखकी ढेरी<br> भाई काया तेरी दुखकी ढेरी, बिखरत सोच कहा है ।<br> ...
- 04:5004:50, 11 February 2008 diff hist +2,243 N भाई! कहा देख गरवाना रे New page: भाई! कहा देख गरवाना रे<br> गहि अनन्त भव तैं दुख पायो, सो नहिं जात बखाना रे ।।...
- 04:4904:49, 11 February 2008 diff hist +1,138 N प्राणी लाल! धरम अगाऊ धारौ New page: प्राणी लाल! धरम अगाऊ धारौ<br> जबलौं धन जोवन हैं तेरे, दान शील न बिसारौ ।।प्र...
- 04:4904:49, 11 February 2008 diff hist +2,207 N प्राणी लाल! छांडो मन चपलाई New page: प्राणी लाल! छांडो मन चपलाई<br> देखो तन्दुलमच्छ जु मनतैं, लहै नरक दुखदाई ।।...
- 04:4804:48, 11 February 2008 diff hist +637 N परमाथ पंथ सदा पकरौ New page: परमाथ पंथ सदा पकरौ<br> कै अरचा परमेश्वरजीकी, कै चरचा गुन चित्त धरौ।।परमार...
- 04:4804:48, 11 February 2008 diff hist +656 N निज जतन करो गुन-रतननिको, पंचेन्द्रीविषय New page: निज जतन करो गुन-रतननिको, पंचेन्द्री-विषय<br> सत्य कोट खाई करुनामय, वाग विर...
- 04:4704:47, 11 February 2008 diff hist +1,023 N नहिं ऐसो जनम बारंबार New page: नहिं ऐसो जनम बारंबार<br> कठिन कठिन लह्यो मनुष भव, विषय भजि मति हार ।।नहिं. ।...
- 04:4704:47, 11 February 2008 diff hist +1,209 N धिक! धिक! जीवन समकित बिना New page: धिक! धिक! जीवन समकित बिना<br> दान शील तप व्रत श्रुतपूजा, आतम हेत न एक गिना ।।...
- 04:4604:46, 11 February 2008 diff hist +635 N दुरगति गमन निवारिये, घर आव सयाने नाह हो New page: दुरगति गमन निवारिये, घर आव सयाने नाह हो<br> पर घर फिरत बहुत दिन बीते, सहित व...
- 04:4504:45, 11 February 2008 diff hist +597 N दियैं दान महा सुख पावै New page: दियैं दान महा सुख पावै<br> कूप नीर सम घर धन जानौं, कढ़ैं बढ़ैं अकढ़ैं सड़ जा...
- 04:4404:44, 11 February 2008 diff hist +622 N तेरो संजम बिन रे, नरभव निरफल जाय New page: तेरो संजम बिन रे, नरभव निरफल जाय<br> बरष मास दिन पहर महूरत, कीजे मन वच काय।।...
- 04:4404:44, 11 February 2008 diff hist +1,054 N तू तो समझ समझ रे! New page: तू तो समझ समझ रे!<br> निशिदिन विषय भोग लपटाना, धरम वचन न सुहाई ।।तू तो. ।।<br> क...
- 04:4404:44, 11 February 2008 diff hist +993 N त्यागो त्यागो मिथ्यातम, दूजो नहीं जाकी सम New page: त्यागो त्यागो मिथ्यातम, दूजो नहीं जाकी सम,<br> तोह दुख दाता तिहूँ, लोक तिहू...
- 04:4304:43, 11 February 2008 diff hist +1,350 N झूठा सपना यह संसार New page: झूठा सपना यह संसार<br> दीसत है विनसत नहिं बार ।।झूठा. ।।<br> मेरा घर सवतैं सिर...
- 04:4304:43, 11 February 2008 diff hist +1,094 N जीव! तैं मूढ़पना कित पायो New page: जीव! तैं मूढ़पना कित पायो<br> सब जग स्वारथको चाहत है, स्वारथ तोहि न भायो।।ज...
- 04:4204:42, 11 February 2008 diff hist +964 N चाहत है सुख पै न गाहत है धर्म जीव New page: चाहत है सुख पै न गाहत है धर्म जीव<br> सुखको दिवैया हित भैया नाहिं छतियाँ।।...
- 04:4204:42, 11 February 2008 diff hist +1,166 N गलतानमता कब आवैगा New page: गलतानमता कब आवैगा<br> राग-दोष परणति मिट जै है, तब जियरा सुख पावैगा।।गलता. ।...
- 04:4204:42, 11 February 2008 diff hist +692 N कौन काम अब मैंने कीनों, लीनों सुर अवतार हो New page: कौन काम अब मैंने कीनों, लीनों सुर अवतार हो<br> गृह तजि गहे महाव्रत शिवहित, व... current
- 04:4104:41, 11 February 2008 diff hist +1,128 N काहेको सोचत अति भारी, रे मन! New page: काहेको सोचत अति भारी, रे मन!<br> पूरब करमनकी थित बाँधी, सो तो टरत न टारी।।का...
- 04:4104:41, 11 February 2008 diff hist +12 कविवर श्री द्यानतरायजी कृत भजन No edit summary
- 04:3504:35, 11 February 2008 diff hist +647 N आरसी देखत मन आर-सी लागी New page: आरसी देखत मन आर-सी लागी<br> सेत बाल यह दूत कालको, जोवन मृग जरा बाघिनि खागी।।...
- 04:3504:35, 11 February 2008 diff hist +524 N अब समझ कही New page: अब समझ कही<br> कौन कौन आपद विषयनितैं, नरक निगोद सही।।अब. ।।१ ।।<br> एक एक इन्द...
- 04:3504:35, 11 February 2008 diff hist +553 N हम आये हैं जिनभूप! तेरे दरसन को New page: हम आये हैं जिनभूप! तेरे दरसन को<br> निकसे घर आरतिकूप, तुम पद परसनको।।हम. ।।१...
- 04:3404:34, 11 February 2008 diff hist +915 N वीतराग नाम सुमर, वीतराग नाम New page: वीतराग नाम सुमर, वीतराग नाम<br> भजन बिना किये यार, होगा बदनाम।।वीतराग. ।।<br> ...
- 04:3404:34, 11 February 2008 diff hist +1,049 N रे मन! भज भज दीनदयाल New page: रे मन! भज भज दीनदयाल<br> जाके नाम लेत इक छिनमैं, कटैं कोट अघजाल।।रे मन. ।।<br> प...
- 04:3304:33, 11 February 2008 diff hist +1,170 N प्रभु तेरी महिमा किहि मुख गावैं New page: प्रभु तेरी महिमा किहि मुख गावैं<br> गरभ छमास अगाउ कनक नग सुरपति नगर बनावैं...
- 04:3304:33, 11 February 2008 diff hist +1,104 N प्रभु तुम सुमरन ही में तारे New page: प्रभु तुम सुमरन ही में तारे<br> सूअर सिंह नौल वानरने, कहौ कौन व्रत धारे।।प...
- 04:3304:33, 11 February 2008 diff hist +645 N प्रभु! तुम नैनन-गोचर नाहीं New page: प्रभु! तुम नैनन-गोचर नाहीं<br> मो मन ध्यावै भगति बढ़ावै, रीझ न कछु मनमाहीं।...
- 04:3304:33, 11 February 2008 diff hist +710 N मैं नूं भावैजी प्रभु चेतना, मैं नूं भावै जी New page: मैं नूं भावैजी प्रभु चेतना, मैं नूं भावै जी<br> गुण रतनत्रय आदि विराजै, निज ... current
- 04:3204:32, 11 February 2008 diff hist +1,202 N मानुष जनम सफल भयो आज New page: मानुष जनम सफल भयो आज<br> सीस सफल भयो ईश नमत ही, श्रवन सफल जिनवचन समाज।।मानु...
- 04:3204:32, 11 February 2008 diff hist +642 N तेरी भगति बिना धिक है जीवना New page: तेरी भगति बिना धिक है जीवना<br> जैसे बेगारी दरजीको, पर घर कपड़ोंका सीवना।।...
- 04:3204:32, 11 February 2008 diff hist +652 N तू ही मेरा साहिब सच्चा सांई New page: तू ही मेरा साहिब सच्चा सांई<br> काल अनन्त रुल्यो जगमाहीं, आपद बहुविधि पाइं...
- 04:3204:32, 11 February 2008 diff hist +730 N जिनवरमूरत तेरी, शोभा कहिय न जाय New page: जिनवरमूरत तेरी, शोभा कहिय न जाय<br> रोम रोम लखि हरष होत है, आनँद उर न समाय।।...
- 04:3104:31, 11 February 2008 diff hist +615 N जिनरायके पाय सदा शरनं New page: जिनरायके पाय सदा शरनं<br> भव जल पतित निकारन कारन, अन्तरपापतिमिर हरनं।।जि...
- 04:3004:30, 11 February 2008 diff hist +1,006 N जिन नाम सुमर मन! बावरे! कहा इत उत भटकै New page: जिन नाम सुमर मन! बावरे! कहा इत उत भटकै<br> विषय प्रगट विष-बेल हैं, इनमें जिन अ...
- 04:3004:30, 11 February 2008 diff hist +854 N जिन जपि जिन जपि, जिन जपि जीयरा New page: जिन जपि जिन जपि, जिन जपि जीयरा<br> प्रीति करि आवै सुख, भीति करि जावै दुख,<br> नि...
- 04:3004:30, 11 February 2008 diff hist +755 N जिन के भजन में मगन रहु रे! New page: जिन के भजन में मगन रहु रे!<br> जो छिन खोवै बातनिमांहिं, सो छिन भजन करैं अघ जा...