सूर्य: Difference between revisions
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<li>कृष्ण का 17वाँ पुत्र-देखें [[ इतिहास# | <li>कृष्ण का 17वाँ पुत्र-देखें [[ इतिहास#9.10 | इतिहास - 9.10]]; </li> | ||
<li>अपरविदेहस्थ नागगिरि वक्षार का एक कूट व उसका रक्षक देव-देखें [[ लोक#5. | <li>अपरविदेहस्थ नागगिरि वक्षार का एक कूट व उसका रक्षक देव-देखें [[ लोक#5.3.3| लोक - 5.3.3]]।</li> | ||
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== पुराणकोष से == | == पुराणकोष से == | ||
<div class="HindiText"> | <div class="HindiText"> (1) हरिवंशी राजा शाल का पुत्र । इसने शुभ्रपुर नाम का नगर बसाया था । इसके पुत्र का नाम अमर था । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_27#32|हरिवंशपुराण - 27.32-33]] </span></p> | ||
(2) जंबूद्वीप में भरतक्षेत्र के विजयार्ध पर्वत की दक्षिणश्रेणी का सोलहवाँ नगर । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_22#95|हरिवंशपुराण - 22.95]] </span></p> | |||
(3) राजा वसु का आठवां पुत्र । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_17#59|हरिवंशपुराण - 17.59]] </span></p> | |||
(4) हस्तिनापुर का कुरुवंशी एक राजा । इसकी रानी श्रीमती थी । तीर्थंकर कुंथुनाथ के ये दोनों माता-पिता थे । <span class="GRef"> महापुराण </span>में तीर्थंकर कुंथुनाथ के पिता और माता का नाम सूरसेन एव श्रीकांता दिया है । <span class="GRef"> महापुराण </span>64.12-13, 22 <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_20#53|पद्मपुराण - 20.53]], </span><span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_45#6|हरिवंशपुराण - 45.6]],20 </span></p> | |||
(5) निषध पर्वत से उत्तर की ओर नदी के बीच विद्यमान पांच ह्रदों में एक ह्रद । <span class="GRef"> महापुराण </span>63. 197-198, <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_5#196|हरिवंशपुराण - 5.196]] </span></p> | |||
(6) कृष्ण का पुत्र । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_48#71|हरिवंशपुराण - 48.71]] </span></p> | |||
(7) सूर्यवंशी राजा महेंद्रविक्रम का पुत्र और इंद्रद्युम्न का पिता । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_5#7|पद्मपुराण - 5.7]], </span><span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_13#10|हरिवंशपुराण - 13.10]] </span></p> | |||
(8) महाकांतिमां, आकाश में नित्यगतिज्ञील एक ग्रह । <span class="GRef"> महापुराण </span>3.70-71, <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_3#81|पद्मपुराण - 3.81-83]] </span></p> | |||
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Latest revision as of 15:30, 27 November 2023
सिद्धांतकोष से
- इस संबंधी विषय-देखें ज्योतिष - 2;
- कृष्ण का 17वाँ पुत्र-देखें इतिहास - 9.10;
- अपरविदेहस्थ नागगिरि वक्षार का एक कूट व उसका रक्षक देव-देखें लोक - 5.3.3।
पुराणकोष से
(1) हरिवंशी राजा शाल का पुत्र । इसने शुभ्रपुर नाम का नगर बसाया था । इसके पुत्र का नाम अमर था । हरिवंशपुराण - 27.32-33
(2) जंबूद्वीप में भरतक्षेत्र के विजयार्ध पर्वत की दक्षिणश्रेणी का सोलहवाँ नगर । हरिवंशपुराण - 22.95
(3) राजा वसु का आठवां पुत्र । हरिवंशपुराण - 17.59
(4) हस्तिनापुर का कुरुवंशी एक राजा । इसकी रानी श्रीमती थी । तीर्थंकर कुंथुनाथ के ये दोनों माता-पिता थे । महापुराण में तीर्थंकर कुंथुनाथ के पिता और माता का नाम सूरसेन एव श्रीकांता दिया है । महापुराण 64.12-13, 22 पद्मपुराण - 20.53, हरिवंशपुराण - 45.6,20
(5) निषध पर्वत से उत्तर की ओर नदी के बीच विद्यमान पांच ह्रदों में एक ह्रद । महापुराण 63. 197-198, हरिवंशपुराण - 5.196
(6) कृष्ण का पुत्र । हरिवंशपुराण - 48.71
(7) सूर्यवंशी राजा महेंद्रविक्रम का पुत्र और इंद्रद्युम्न का पिता । पद्मपुराण - 5.7, हरिवंशपुराण - 13.10
(8) महाकांतिमां, आकाश में नित्यगतिज्ञील एक ग्रह । महापुराण 3.70-71, पद्मपुराण - 3.81-83