तिलक: Difference between revisions
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<div class="HindiText"> <p id="1"> (1) दोनों भौंहों के मध्य ललाट का सुगंधांकन । <span class="GRef"> महापुराण 14.6, </span><span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_3#200|पद्मपुराण - 3.200]] </span></p> | <div class="HindiText"> <p id="1" class="HindiText"> (1) दोनों भौंहों के मध्य ललाट का सुगंधांकन । <span class="GRef"> महापुराण 14.6, </span><span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_3#200|पद्मपुराण - 3.200]] </span></p> | ||
<p id="2">(2) वृषभदेव की दीक्षाभूमि । यह स्थान वृषभदेव के प्रजा से दूर हो जाने से ‘‘प्रजाग’’ अथवा उनके द्वारा प्रकृष्ट त्याग किये जाने से प्रयाग नाम से प्रसिद्ध हुआ । <span class="GRef"> महापुराण 3.281 </span></p> | <p id="2" class="HindiText">(2) वृषभदेव की दीक्षाभूमि । यह स्थान वृषभदेव के प्रजा से दूर हो जाने से ‘‘प्रजाग’’ अथवा उनके द्वारा प्रकृष्ट त्याग किये जाने से प्रयाग नाम से प्रसिद्ध हुआ । <span class="GRef"> महापुराण 3.281 </span></p> | ||
<p id="3">(3) तीर्थंकर कुंथुनाथ का चैत्यवृक्ष । <span class="GRef"> महापुराण 64.42-43, </span><span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_20#53|पद्मपुराण - 20.53]] </span></p> | <p id="3" class="HindiText">(3) तीर्थंकर कुंथुनाथ का चैत्यवृक्ष । <span class="GRef"> महापुराण 64.42-43, </span><span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_20#53|पद्मपुराण - 20.53]] </span></p> | ||
<p id="4">(4) राम का पक्षधर एक योद्धा । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_58#13|पद्मपुराण - 58.13]] </span></p> | <p id="4" class="HindiText">(4) राम का पक्षधर एक योद्धा । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_58#13|पद्मपुराण - 58.13]] </span></p> | ||
<p id="5">(5) अयोध्या नगरी के निवासी वज्रांक और उसकी भार्या मकरी का पुत्र । इसके भाई का नाम अशोक था । अंत में यह दीक्षित हो गया था । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_123#86|पद्मपुराण - 123.86- | <p id="5" class="HindiText">(5) अयोध्या नगरी के निवासी वज्रांक और उसकी भार्या मकरी का पुत्र । इसके भाई का नाम अशोक था । अंत में यह दीक्षित हो गया था । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_123#86|पद्मपुराण - 123.86-100]] </span></p> | ||
<p id="6">(6) धातकीखंड के ऐरावत क्षेत्र का एक नगर । <span class="GRef"> महापुराण 63.168 </span></p> | <p id="6" class="HindiText">(6) धातकीखंड के ऐरावत क्षेत्र का एक नगर । <span class="GRef"> महापुराण 63.168 </span></p> | ||
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Revision as of 15:10, 27 November 2023
सिद्धांतकोष से
विजयार्ध की उत्तर श्रेणी का एक नगर।–देखें विद्याधर ।
पुराणकोष से
(1) दोनों भौंहों के मध्य ललाट का सुगंधांकन । महापुराण 14.6, पद्मपुराण - 3.200
(2) वृषभदेव की दीक्षाभूमि । यह स्थान वृषभदेव के प्रजा से दूर हो जाने से ‘‘प्रजाग’’ अथवा उनके द्वारा प्रकृष्ट त्याग किये जाने से प्रयाग नाम से प्रसिद्ध हुआ । महापुराण 3.281
(3) तीर्थंकर कुंथुनाथ का चैत्यवृक्ष । महापुराण 64.42-43, पद्मपुराण - 20.53
(4) राम का पक्षधर एक योद्धा । पद्मपुराण - 58.13
(5) अयोध्या नगरी के निवासी वज्रांक और उसकी भार्या मकरी का पुत्र । इसके भाई का नाम अशोक था । अंत में यह दीक्षित हो गया था । पद्मपुराण - 123.86-100
(6) धातकीखंड के ऐरावत क्षेत्र का एक नगर । महापुराण 63.168