सोहां दीव (शोभा देवें) साधु तेरी बातड़ियां: Difference between revisions
From जैनकोष
(New page: सोहां दीव (शोभा देवें) साधु तेरी बातड़ियां<br> दोष मिटावैं हरष बढ़ावैं, रो...) |
No edit summary |
||
Line 8: | Line 8: | ||
[[Category:Bhajan]] | [[Category:Bhajan]] | ||
[[Category:द्यानतरायजी]] | [[Category:द्यानतरायजी]] | ||
[[Category:गुरु भक्ति]] |
Latest revision as of 01:19, 16 February 2008
सोहां दीव (शोभा देवें) साधु तेरी बातड़ियां
दोष मिटावैं हरष बढ़ावैं, रोग सोग भय घातड़ियां।।सोहां. ।।१ ।।
जग दुखदाता तुमही साता, धनि ध्यावै उठि प्रातड़ियां।।सोहां.।।२ ।।
`द्यानत' जे नरनारी गावैं, पावैं सुख दिन रातड़ियां।।सोहां.।।३ ।।