सोहां दीव (शोभा देवें) साधु तेरी बातड़ियां
From जैनकोष
सोहां दीव (शोभा देवें) साधु तेरी बातड़ियां
दोष मिटावैं हरष बढ़ावैं, रोग सोग भय घातड़ियां।।सोहां. ।।१ ।।
जग दुखदाता तुमही साता, धनि ध्यावै उठि प्रातड़ियां।।सोहां.।।२ ।।
`द्यानत' जे नरनारी गावैं, पावैं सुख दिन रातड़ियां।।सोहां.।।३ ।।