संग्रह
From जैनकोष
महापुराण/16/176 दशग्राम्यास्तु मध्ये यो महान् ग्राम: स संग्रह:। =दश गाँवों के बीच जो एक बड़ा भारी गाँव है, उसे संग्रह (जहाँ हर वस्तुओं का संग्रह रखा जाता हो) कहते हैं।
महापुराण/16/176 दशग्राम्यास्तु मध्ये यो महान् ग्राम: स संग्रह:। =दश गाँवों के बीच जो एक बड़ा भारी गाँव है, उसे संग्रह (जहाँ हर वस्तुओं का संग्रह रखा जाता हो) कहते हैं।