User contributions for 69.226.218.78
10 February 2008
- 06:3406:34, 10 February 2008 diff hist +2,422 N लखो जी या जिय भोरे की बातैं New page: लखो जी या जिय भोरे की बातैं, नित करत अहित हित घातैं ।।टेक ।।<br> जिन गनधर मु... current
- 06:3306:33, 10 February 2008 diff hist +1,423 N छांडत क्यौं नहिं रे New page: छांडत क्यौं नहिं रे, हे नर! रीति अयानी ।<br> बारबार सिख देत सुगुरु यह, तू दे आ...
- 06:3306:33, 10 February 2008 diff hist +1,190 N छांडि दे या बुधि भोरी New page: छांडि दे या बुधि भोरी, वृथा तनसे रति जोरी ।।टेक. ।।<br> यह पर है न रहे थिर पोष...
- 06:3306:33, 10 February 2008 diff hist +1,159 N जानत क्यौं नहिं रे New page: जानत क्यौं नहिं रे, हे नर आतमज्ञानी ।।टेक. ।।<br> रागदोष पुद्गलकी संपति, नि...
- 06:3306:33, 10 February 2008 diff hist +1,641 N मानत क्यों नहिं रे New page: मानत क्यों नहिं रे, हे नर सीख सयानी ।।टेक ।।<br> भयौ अचेत मोह-मद पीके, अपनी स...
- 06:3206:32, 10 February 2008 diff hist +1,266 N हे मन तेरी को कुटेव यह New page: हे मन तेरी को कुटेव यह, करनविषय में धावै है ।।टेक ।।<br> इनहीके वश तू अनादित...
- 06:3206:32, 10 February 2008 diff hist +1,790 N मत राचो धीधारी New page: मत राचो धीधारी, भव रंभथंभ सम जानके ।।टेक. ।।<br> इन्द्रजालको ख्याल मोहठग, व...
- 06:3206:32, 10 February 2008 diff hist +1,785 N मत कीज्यौ जी यारी New page: मत कीज्यौ जी यारी, घिनगेह देह जड़ जान के ।।टेक. ।।<br> मात-तात रज-वीरजसौं यह,...
- 06:3106:31, 10 February 2008 diff hist +1,107 N जिया तुम चालो अपने देश New page: जिया तुम चालो अपने देश, शिवपुर थारो शुभ थान ।।टेक. ।।<br> लख चौरासी में बहु ...
- 06:3106:31, 10 February 2008 diff hist +1,450 N मेरो मन ऐसी खेलत होरी New page: मेरो मन ऐसी खेलत होरी ।।टेक. ।।<br> मन मिरदंग साज-करि त्यारी, तनको तमूरा बनो... current
- 06:3106:31, 10 February 2008 diff hist +1,380 N ज्ञानी ऐसी होली मचाई New page: ज्ञानी ऐसी होली मचाई ।।टेक. ।।<br> राग कियौ विपरीत विपन घर, कुमति कुसौति सु... current
- 06:3106:31, 10 February 2008 diff hist +1,108 N मेरे कब ह्वै वा दिन की सुघरी New page: मेरे कब ह्वै वा दिन की सुघरी ।।टेक ।।<br> तन विन वसन असनविन वनमें, निवसों ना... current
- 06:3006:30, 10 February 2008 diff hist +1,021 N राचि रह्यो परमाहिं तू अपनो New page: राचि रह्यो परमाहिं तू अपनो, रूप न जानै रे ।।टेक ।।<br> अविचल चिनमूरत विनमू... current
- 06:3006:30, 10 February 2008 diff hist +1,122 N चित चिंतकैं चिदेश कब New page: चित चिंतकैं चिदेश कब, अशेष पर वमू ।<br> दुखदा अपार विधि दुचार की चमू दमू ।।<br... current
- 06:3006:30, 10 February 2008 diff hist +1,777 N चिदरायगुन सुनो मुनो New page: चिदरायगुन सुनो मुनो प्रशस्त गुरुगिरा ।<br> समस्त तज विभाव, हो स्वकीयमें थ... current
- 06:2906:29, 10 February 2008 diff hist +2,073 N चेतन अब धरि सहजसमाधि New page: चेतन अब धरि सहजसमाधि, जातैं यह विनशै भव ब्याधि ।।चेतन. ।।<br> मोह ठगौरी खाय...
- 06:2906:29, 10 February 2008 diff hist +1,307 N चेतन तैं यौं ही भ्रम ठान्यो New page: चेतन तैं यौं ही भ्रम ठान्यो, ज्यों मृग मृगतृष्णा जल जान्यो ।<br> ज्यौं निश... current
- 06:2906:29, 10 February 2008 diff hist +921 N चेतन कौन अनीति गही रे New page: चेतन कौन अनीति गही रे, न मानैं सुगुरु कही रे ।<br> जिन विषयनवश बहु दुख पायो, ... current
- 06:2906:29, 10 February 2008 diff hist +1,319 N चेतन यह बुधि कौन सयानी New page: चेतन यह बुधि कौन सयानी, कही सुगुरु हित सीख न मानी ।।<br> कठिन काकताली ज्यौं ... current
- 06:2806:28, 10 February 2008 diff hist +1,636 N आप भ्रमविनाश आप New page: आप भ्रमविनाश आप आप जान पायौ ।<br> कर्णधृत सुवर्ण जिमि चितार चैन थायौ ।।आप. ... current
- 06:2806:28, 10 February 2008 diff hist +1,282 N चिन्मूरत दृग्धारी की मोहे New page: चिन्मूरत दृग्धारीकी मोहे, रीति लगत है अटापटी ।।टेक ।।<br> वाहिर नारकिकृत ... current
- 06:2806:28, 10 February 2008 diff hist +1,300 N आतम रूप अनूपम अद्भुत New page: आतम रूप अनूपम अद्भुत, याहि लखैं भव सिंधु तरो ।।टेक ।।<br> अल्पकाल में भरत च...
- 06:2706:27, 10 February 2008 diff hist +1,571 N भाखूँ हित तेरा, सुनि हो मन मेरा New page: भाखूँ हित तेरा, सुनि हो मन मेरा ।।टेक. ।।<br> नरनरकादिक चारौं गति में, भटक्य... current
- 06:2706:27, 10 February 2008 diff hist +1,761 N चन्द्रानन जिन चन्द्रनाथ के New page: चन्द्रानन जिन चन्द्रनाथ के, चरन चतुर-चित ध्यावतु हैं ।<br> कर्म-चक्र-चकचूर...
- 06:2706:27, 10 February 2008 diff hist +1,369 N पद्मसद्म पद्मापद पद्मा New page: पद्मसद्म पद्मापद पद्मा, मुक्तिसद्म दरशावन है ।<br> कलि-मल-गंजन मन अलि रंजन...
- 06:2706:27, 10 February 2008 diff hist +2,180 N जगदानंदन जिन अभिनंदन New page: जगदानंदन जिन अभिनंदन, पदअरविंद नमूं मैं तेरे ।।टेक ।।<br> अरुणवरन अघताप ह...
- 06:2606:26, 10 February 2008 diff hist +1,664 N मेरी सुध लीजै रिषभ स्वाम! New page: मेरी सुध लीजै रिषभस्वाम! मोहि कीजै शिवपथगाम ।।टेक. ।।<br> मैं अनादि भवभ्रम...
- 06:2606:26, 10 February 2008 diff hist +1,340 N भज ऋषिपति ऋषभेश New page: भज ऋषिपति ऋषभेश, ताहि नित नमत अमर असुरा ।<br> मनमथ मथ दरसावन शिवपथ, वृषरथचक...
- 06:2606:26, 10 February 2008 diff hist +1,154 N जय श्री ऋषभ जिनंदा! नाश तौ करो स्वामी मेरे दुखदंदा New page: जय श्री ऋषभ जिनंदा! नाश तौ करो स्वामी मेरे दुखदंदा ।।टेक. ।।<br> मातु मरुदे...
- 06:2606:26, 10 February 2008 diff hist +1,408 N देखो जी आदीश्वर स्वामी कैसा ध्यान लगाया है! New page: देखो जी आदीश्वर स्वामी कैसा ध्यान लगाया है ।<br> कर ऊपरि कर सुभग विराजै, आस...
- 06:2606:26, 10 February 2008 diff hist +1,071 N धनि मुनि निज आतमहित कीना New page: धनि मुनि निज आतमहित कीना ।<br> भव प्रसार तप अशुचि विषय विष, जान महाव्रत लीन...
- 06:2506:25, 10 February 2008 diff hist +878 N धनि मुनि जिन यह, भाव पिछाना New page: धनि मुनि जिन यह, भाव पिछाना ।।<br> तनव्यय वांछित प्रापति मानी, पुण्य उदय दु...
- 06:2506:25, 10 February 2008 diff hist +1,131 N धनि मुनि जिन की लगी लौ शिवओरनै New page: धनि मुनि जिनकी लगी लौ शिवओरनै ।।<br> सम्यग्दर्शनज्ञानचरननिधि, धरत हरत भ्...
- 06:2406:24, 10 February 2008 diff hist +2 जिन रागद्वेष त्यागा वह सतगुरु हमारा No edit summary
- 06:2406:24, 10 February 2008 diff hist +1,062 N जिन रागद्वेष त्यागा वह सतगुरु हमारा New page: जिन रागद्वेष त्यागा वह सतगुरु हमारा ।।टेक ।।<br> तज राजरिद्ध तृणवत निज का...
- 06:2306:23, 10 February 2008 diff hist +3 कविवर श्री दौलतरामजी कृत भजन No edit summary current
- 06:2106:21, 10 February 2008 diff hist +1,072 N गुरु कहत सीख इमि बार बार New page: गुरु कहत सीख इमि बार बार, विषसम विषयनको टार टार ।।टेक. ।।<br> इन सेवत अनादि ...
- 06:2106:21, 10 February 2008 diff hist +1,942 N कबधौं मिलै मोहि श्रीगुरु मुनिवर New page: कबधौं मिलै मोहि श्रीगुरु मुनिवर, करि हैं भवोदधि पारा हो ।।टेक. ।।<br> भोगउ...
- 06:2106:21, 10 February 2008 diff hist +2,127 N ऐसा योगी क्यों न अभयपद पावै New page: ऐसा योगी क्यों न अभयपद पावै, सो फेर न भवमें आवै ।।टेक. ।।<br> संशय विभ्रम मो...
- 06:2006:20, 10 February 2008 diff hist +1,827 N ऐसा मोही क्यों न अधोगति जावै New page: ऐसा मोही क्यों न अधोगति जावै, जाको जिनवानी न सुहावै ।।टेक. ।।<br> वीतरागसे ...
- 06:2006:20, 10 February 2008 diff hist +1,206 N अब मोहि जानि परी New page: अब मोहि जानि परी, भवोदधि तारनको है जैन ।।टेक. ।।<br> मोह तिमिर तैं सदा कालके...
- 06:2006:20, 10 February 2008 diff hist +1,453 N धन धन साधर्मीजन मिलनकी घरी New page: धन धन साधर्मीजन मिलनकी घरी,<br> बरसत भ्रमताप हरन ज्ञानघनझरी ।।टेक. ।।<br> जा...
- 06:2006:20, 10 February 2008 diff hist +1,785 N नित पीज्यौ धीधारी, जिनवानि New page: नित पीज्यौ धीधारी, जिनवानि सुधासम जानके ।।टेक. ।।<br> वीरमुखारविंदतैं प्...
- 06:1906:19, 10 February 2008 diff hist +1,164 N जिनवानी जान सुजान रे New page: जिनवानी जान सुजान रे ।।टेक ।।<br> लाग रही चिरतैं विभावता, ताको कर अवसान रे ...
- 06:1906:19, 10 February 2008 diff hist +1,055 N और सबै जगद्वन्द मिटावो New page: और सबै जगद्वन्द मिटावो, लो लावो जिन आगम-ओरी ।।टेक ।।<br> है असार जगद्वन्द ब...
- 06:1906:19, 10 February 2008 diff hist +1,473 N जबतैं आनंदजननि दृष्टि परी माई New page: जबतैं आनंदजननि दृष्टि परी माई ।<br> तबतैं संशय विमोह भरमता विलाई ।।जबतैं. ...
- 06:1906:19, 10 February 2008 diff hist +846 N सुन जिन वैन श्रवन सुख पायौ New page: सुन जिन वैन, श्रवन सुख पायौ ।।टेक. ।।<br> नस्यौ तत्त्व दुर अभिनिवेश तम, स्या...
- 06:1906:19, 10 February 2008 diff hist +887 N जिनवैन सुनत, मोरी भूल भगी New page: जिनवैन सुनत, मोरी भूल भगी ।।टेक. ।।<br> कर्मस्वभाव भाव चेतनको, भिन्न पिछान...
- 06:1806:18, 10 February 2008 diff hist +991 N थारा तो वैना में सरधान घणो छै New page: थारा तो वैना में सरधान घणो छै, म्हारे छवि निरखत हिय सरसावै ।<br> तुमधुनिघन ...
- 06:1806:18, 10 February 2008 diff hist +1,058 N जय जय जग-भरम-तिमिर New page: जय जय जग-भरम-तिमिर हरन जिन धुनि ।।टेक. ।।<br> या बिन समुझे, अजौं न, सौंज निज म...