User contributions for 69.226.218.78
10 February 2008
- 11:4211:42, 10 February 2008 diff hist +4 आतम अनुभव कीजै हो No edit summary
- 11:3611:36, 10 February 2008 diff hist −4 आतम अनुभव कीजै हो No edit summary
- 11:3111:31, 10 February 2008 diff hist +1,132 N आतम अनुभव कीजै हो New page: आतम अनुभव कीजै हो<br> जनम जरा अरु मरन नाशकै, अनंतकाल लौं जीजै हो ।।आतम. ।।<br> ...
- 11:2211:22, 10 February 2008 diff hist +12,147 N कविवर श्री द्यानतरायजी कृत भजन New page: * आतम अनुभव कीजै हो * आतम अनुभव सार हो, अब जिय सार हो, प्राणी * [[आतम काज सँ...
- 06:4106:41, 10 February 2008 diff hist +1,160 N सौ सौ बार हटक नहिं मानी New page: सौ सौ बार हटक नहिं मानी, नेक तोहि समझायो रे ।।टेक. ।।<br> देख सुगुरुकी परहित...
- 06:4006:40, 10 February 2008 diff hist +1,412 N मोहिड़ा रे जिय! New page: मोहिड़ा रे जिय! हितकारी न सीख सम्हारै ।<br> भववन भ्रमत दुखी लखि याको, सुगुर... current
- 06:4006:40, 10 February 2008 diff hist +1,751 N मनवचतन करि शुद्ध भजो जिन New page: मनवचतन करि शुद्ध भजो जिन, दाव भला पाया ।<br> अवसर मिलै नहिं ऐसा, यौ सतगुरु ग...
- 06:4006:40, 10 February 2008 diff hist +1,139 N निजहितकारज करना भाई! New page: निजहित कारज करना भाई! निजहित कारज करना ।।टेक. ।।<br> जनममरन दुख पावत जातैं, ...
- 06:4006:40, 10 February 2008 diff hist +1,209 N निपट अयाना, तैं आपा नहीं जाना New page: निपट अयाना, तैं आपा नहीं जाना, नाहक भरम भुलाना बे ।।टेक ।।<br> पीय अनादि मोह...
- 06:3906:39, 10 February 2008 diff hist +821 N तू काहेको करत रति तनमें New page: तू काहे को करत रति तनमें, यह अहितमूल जिम कारासदन ।।टेक ।।<br> चरमपिहित पलर...
- 06:3906:39, 10 February 2008 diff hist +1,062 N जम आन अचानक दावैगा New page: जम आन अचानक दावैगा ।।टेक ।।<br> छिनछिन कटत घटत थित ज्यौं जल, अंजुलिको झर जा...
- 06:3906:39, 10 February 2008 diff hist +729 N घड़ि-घड़ि पल-पल छिन-छिन निशदिन New page: घड़ि-घड़ि पल-पल छिन-छिन निशदिन, प्रभुजी का सुमिरन करले रे ।।<br> प्रभु सुमि...
- 06:3706:37, 10 February 2008 diff hist +1,098 N कुमति कुनारि नहीं है भली रे New page: कुमति कुनारि नहीं है भली रे, सुमति नारि सुन्दर गुनवाली ।।टेक ।।<br> वासौं ...
- 06:3706:37, 10 February 2008 diff hist +868 N विषयोंदा मद भानै, ऐसा है कोई वे New page: विषयोंदा मद भानै, ऐसा है कोई वे ।।टेक ।।<br> विषय दु:ख अर दुखफल तिनको, यौं नि...
- 06:3706:37, 10 February 2008 diff hist +1,408 N हे हितवांछक प्रानी रे New page: हे हितवांछक प्रानी रे, कर यह रीति सयानी ।।टेक ।।<br> श्रीजिनचरन चितार धार ... current
- 06:3706:37, 10 February 2008 diff hist +1,090 N हम तो कबहुँ न निज घर आये New page: हम तो कबहुँ न निज घर आये ।<br> परघर फिरत बहुत दिन बीते, नाम अनेक धराये ।।हम त...
- 06:3606:36, 10 February 2008 diff hist +1,422 N हम तो कबहुँ न निजगुन भाये New page: हम तो कबहुँ न निजगुन भाये ।<br> तन निज मान जान तनदुखसुख में बिलखे हरखाये ।।...
- 06:3606:36, 10 February 2008 diff hist +1,361 N हम तो कबहूँ न हित उपजाये New page: हम तो कबहूँ न हित उपजाये<br> सुकुल-सुदेव-सुगुरु सुसंग हित, कारन पाय गमाये! ।...
- 06:3606:36, 10 February 2008 diff hist +728 N अरे जिया, जग धोखे की टाटी New page: अरे जिया, जग धोखे की टाटी <br> झूठा उद्यम लोक करत है, जिसमें निशदिन घाटी ।।ट...
- 06:3606:36, 10 February 2008 diff hist +94 हे नर, भ्रमनींद क्यों न छांडत दुखदाई No edit summary
- 06:3506:35, 10 February 2008 diff hist +1,083 N हे नर, भ्रमनींद क्यों न छांडत दुखदाई New page: हे नर, भ्रमनींद क्यों न छांडत दुखदाई ।<br> सेवत चिरकाल सोंज, आपनी ठगाई ।।हे ...
- 06:3506:35, 10 February 2008 diff hist +1,368 N न मानत यह जिय निपट अनारी New page: न मानत यह जिय निपट अनारी, सिख देत सुगुरु हितकारी ।।टेक ।।<br> कुमतिकुनारि ...
- 06:3506:35, 10 February 2008 diff hist +1,168 N तोहि समझायो सौ सौ बार New page: तोहि समझायो सौ सौ बार, जिया तोहि समझायो ।<br> देख सुगुरु की परहित में रति, ह...
- 06:3506:35, 10 February 2008 diff hist +919 N शिवपुर की डगर समरससौं भरी New page: शिवपुर की डगर समरससौं भरी, सो विषय विरसरचि चिरविसरी । ।टेक ।।<br> सम्यकदरश...
- 06:3506:35, 10 February 2008 diff hist +1,068 N जीव तू अनादिहीतैं भूल्यौ शिवगैलवा New page: जीव तू अनादिहीतैं भूल्यौ शिवगैलवा ।।टेक ।।<br> मोहमदवार पियौ, स्वपद विसा...
- 06:3406:34, 10 February 2008 diff hist +1,254 N अपनी सुधि भूल आप, आप दुख उपायौ New page: अपनी सुधि भूल आप, आप दुख उपायौ,<br> ज्यौं शुक नभचाल विसरि नलिनी लटकायो ।।अप...
- 06:3406:34, 10 February 2008 diff hist +1,789 N ज्ञानी जीव निवार भरमतम New page: ज्ञानी जीव निवार भरमतम, वस्तुस्वरूप विचारत ऐसैं ।।टेक ।।<br> सुत तिय बंधु ...
- 06:3406:34, 10 February 2008 diff hist +1,392 N मोही जीव भरम तमतैं नहिं New page: मोही जीव भरम तमतैं नहिं, वस्तुस्वरूप लखै है जैसैं ।।टेक ।।<br> जे जे जड़ चे...
- 06:3406:34, 10 February 2008 diff hist +1,606 N सुनो जिया ये सतगुरु की बातैं New page: सुनो जिया ये सतगुरु की बातैं, हित कहत दयाल दया तैं ।।टेक ।।<br> यह तन आन अचे...
- 06:3406:34, 10 February 2008 diff hist +2,422 N लखो जी या जिय भोरे की बातैं New page: लखो जी या जिय भोरे की बातैं, नित करत अहित हित घातैं ।।टेक ।।<br> जिन गनधर मु... current
- 06:3306:33, 10 February 2008 diff hist +1,423 N छांडत क्यौं नहिं रे New page: छांडत क्यौं नहिं रे, हे नर! रीति अयानी ।<br> बारबार सिख देत सुगुरु यह, तू दे आ...
- 06:3306:33, 10 February 2008 diff hist +1,190 N छांडि दे या बुधि भोरी New page: छांडि दे या बुधि भोरी, वृथा तनसे रति जोरी ।।टेक. ।।<br> यह पर है न रहे थिर पोष...
- 06:3306:33, 10 February 2008 diff hist +1,159 N जानत क्यौं नहिं रे New page: जानत क्यौं नहिं रे, हे नर आतमज्ञानी ।।टेक. ।।<br> रागदोष पुद्गलकी संपति, नि...
- 06:3306:33, 10 February 2008 diff hist +1,641 N मानत क्यों नहिं रे New page: मानत क्यों नहिं रे, हे नर सीख सयानी ।।टेक ।।<br> भयौ अचेत मोह-मद पीके, अपनी स...
- 06:3206:32, 10 February 2008 diff hist +1,266 N हे मन तेरी को कुटेव यह New page: हे मन तेरी को कुटेव यह, करनविषय में धावै है ।।टेक ।।<br> इनहीके वश तू अनादित...
- 06:3206:32, 10 February 2008 diff hist +1,790 N मत राचो धीधारी New page: मत राचो धीधारी, भव रंभथंभ सम जानके ।।टेक. ।।<br> इन्द्रजालको ख्याल मोहठग, व...
- 06:3206:32, 10 February 2008 diff hist +1,785 N मत कीज्यौ जी यारी New page: मत कीज्यौ जी यारी, घिनगेह देह जड़ जान के ।।टेक. ।।<br> मात-तात रज-वीरजसौं यह,...
- 06:3106:31, 10 February 2008 diff hist +1,107 N जिया तुम चालो अपने देश New page: जिया तुम चालो अपने देश, शिवपुर थारो शुभ थान ।।टेक. ।।<br> लख चौरासी में बहु ...
- 06:3106:31, 10 February 2008 diff hist +1,450 N मेरो मन ऐसी खेलत होरी New page: मेरो मन ऐसी खेलत होरी ।।टेक. ।।<br> मन मिरदंग साज-करि त्यारी, तनको तमूरा बनो... current
- 06:3106:31, 10 February 2008 diff hist +1,380 N ज्ञानी ऐसी होली मचाई New page: ज्ञानी ऐसी होली मचाई ।।टेक. ।।<br> राग कियौ विपरीत विपन घर, कुमति कुसौति सु... current
- 06:3106:31, 10 February 2008 diff hist +1,108 N मेरे कब ह्वै वा दिन की सुघरी New page: मेरे कब ह्वै वा दिन की सुघरी ।।टेक ।।<br> तन विन वसन असनविन वनमें, निवसों ना... current
- 06:3006:30, 10 February 2008 diff hist +1,021 N राचि रह्यो परमाहिं तू अपनो New page: राचि रह्यो परमाहिं तू अपनो, रूप न जानै रे ।।टेक ।।<br> अविचल चिनमूरत विनमू... current
- 06:3006:30, 10 February 2008 diff hist +1,122 N चित चिंतकैं चिदेश कब New page: चित चिंतकैं चिदेश कब, अशेष पर वमू ।<br> दुखदा अपार विधि दुचार की चमू दमू ।।<br... current
- 06:3006:30, 10 February 2008 diff hist +1,777 N चिदरायगुन सुनो मुनो New page: चिदरायगुन सुनो मुनो प्रशस्त गुरुगिरा ।<br> समस्त तज विभाव, हो स्वकीयमें थ... current
- 06:2906:29, 10 February 2008 diff hist +2,073 N चेतन अब धरि सहजसमाधि New page: चेतन अब धरि सहजसमाधि, जातैं यह विनशै भव ब्याधि ।।चेतन. ।।<br> मोह ठगौरी खाय...
- 06:2906:29, 10 February 2008 diff hist +1,307 N चेतन तैं यौं ही भ्रम ठान्यो New page: चेतन तैं यौं ही भ्रम ठान्यो, ज्यों मृग मृगतृष्णा जल जान्यो ।<br> ज्यौं निश... current
- 06:2906:29, 10 February 2008 diff hist +921 N चेतन कौन अनीति गही रे New page: चेतन कौन अनीति गही रे, न मानैं सुगुरु कही रे ।<br> जिन विषयनवश बहु दुख पायो, ... current
- 06:2906:29, 10 February 2008 diff hist +1,319 N चेतन यह बुधि कौन सयानी New page: चेतन यह बुधि कौन सयानी, कही सुगुरु हित सीख न मानी ।।<br> कठिन काकताली ज्यौं ... current
- 06:2806:28, 10 February 2008 diff hist +1,636 N आप भ्रमविनाश आप New page: आप भ्रमविनाश आप आप जान पायौ ।<br> कर्णधृत सुवर्ण जिमि चितार चैन थायौ ।।आप. ... current
- 06:2806:28, 10 February 2008 diff hist +1,282 N चिन्मूरत दृग्धारी की मोहे New page: चिन्मूरत दृग्धारीकी मोहे, रीति लगत है अटापटी ।।टेक ।।<br> वाहिर नारकिकृत ... current