Pages with the fewest revisions
Showing below up to 50 results in range #51 to #100.
- वर्णीजी-प्रवचन:समयसार - गाथा 406 (1 revision)
- वर्णीजी-प्रवचन:ज्ञानार्णव - श्लोक 911 (1 revision)
- वर्णीजी-प्रवचन:ज्ञानार्णव - श्लोक 1679 (1 revision)
- वर्णीजी-प्रवचन:ज्ञानार्णव - श्लोक 473 (1 revision)
- वर्णीजी-प्रवचन:ज्ञानार्णव - श्लोक 1200 (1 revision)
- वर्णीजी-प्रवचन:कार्तिकेय अनुप्रेक्षा - गाथा 323 (1 revision)
- ग्रन्थ:प्रवचनसार - गाथा 224 - तत्त्व-प्रदीपिका (1 revision)
- सुजोक:Poliomyelitis (paralysis in children due to viral infection) at feet root - बच्चों में संक्रमण के कारण पादमूल का पोलियों (पक्षाघात) (1 revision)
- सुजोक:Leg weakness - पैरों में कमजोरी (1 revision)
- ग्रन्थ:रत्नकरंड श्रावकाचार - श्लोक 145 (1 revision)
- सुजोक:Swelling (Oedema) in stomach and cramps (spasms) in calf - उदर में सूजन एवं पिंडली में ऐंठन (1 revision)
- सुजोक:To Bring Back the taste of Tongue - जीभ का स्वाद वापस लाने के लिए (1 revision)
- ग्रन्थ:प्रवचनसार - गाथा 54 - तात्पर्य-वृत्ति (1 revision)
- वर्णीजी-प्रवचन:समयसार - गाथा 177-178 (1 revision)
- वर्णीजी-प्रवचन:समयसार कलश - कलश 39 (1 revision)
- सुजोक:Acidity due to excess acid in liver - लीवर में अम्लाधिक्य से एसीडिटी (1 revision)
- वर्णीजी-प्रवचन:नियमसार - गाथा 148 (1 revision)
- सुजोक:Lower Jaw Joint Problem - निचले जबड़े के जोड़ की तकलीफ (1 revision)
- वर्णीजी-प्रवचन:ज्ञानार्णव - श्लोक 2 (1 revision)
- समयसार - आत्मख्याति टीका - कलश 79 (1 revision)
- योगसार - निर्जरा-अधिकार गाथा 277 (1 revision)
- वर्णीजी-प्रवचन:ज्ञानार्णव - श्लोक 552 (1 revision)
- वर्णीजी-प्रवचन:ज्ञानार्णव - श्लोक 1589 (1 revision)
- वर्णीजी-प्रवचन:ज्ञानार्णव - श्लोक 823 (1 revision)
- वर्णीजी-प्रवचन:ज्ञानार्णव - श्लोक 877 (1 revision)
- मैं नूं भावैजी प्रभु चेतना, मैं नूं भावै जी (1 revision)
- ग्रन्थ:मोक्षपाहुड़ गाथा 44 (1 revision)
- वर्णीजी-प्रवचन:ज्ञानार्णव - श्लोक 988 (1 revision)
- वर्णीजी-प्रवचन:पुरुषार्थसिद्धिउपाय - श्लोक 82 (1 revision)
- वर्णीजी-प्रवचन:ज्ञानार्णव - श्लोक 616 (1 revision)
- वर्णीजी-प्रवचन:युक्त्यनुशासन - गाथा 4 (1 revision)
- वर्णीजी-प्रवचन:ज्ञानार्णव - श्लोक 1278 (1 revision)
- वर्णीजी-प्रवचन:रत्नकरंड श्रावकाचार - श्लोक 114 (1 revision)
- ग्रन्थ:प्रवचनसार - गाथा 240 - तत्त्व-प्रदीपिका (1 revision)
- सुजोक:Burning sensation just after eating - खाना खाने के तुरन्त बाद जलन हो (1 revision)
- Tattvarth Sutra - Chapter 1 - Sutra 21-25 (1 revision)
- भावपाहुड गाथा 4 (1 revision)
- ग्रन्थ:प्रवचनसार - गाथा 221 - तात्पर्य-वृत्ति (1 revision)
- सुजोक:One sided pain in temple & on the top of head - कनपटी व सिर के टॉप पर एकतरफा दर्द (1 revision)
- वर्णीजी-प्रवचन:समयसार - गाथा 138 (1 revision)
- सुजोक:Breast nodes - वक्ष (स्तन) में गांठें (1 revision)
- ग्रन्थ:प्रवचनसार - गाथा 72 - तात्पर्य-वृत्ति (1 revision)
- वर्णीजी-प्रवचन:समयसार कलश - कलश 48 (1 revision)
- सुजोक:Poisoning of Hand - हाथ खराब हो जाए (काला पड़ने लगे) (1 revision)
- अध्याहार (1 revision)
- वर्णीजी-प्रवचन:ज्ञानार्णव - श्लोक 1618 (1 revision)
- सुजोक:Burning in tongue - जीभ में जलन (1 revision)
- वर्णीजी-प्रवचन:ज्ञानार्णव - श्लोक 1557 (1 revision)
- वर्णीजी-प्रवचन:ज्ञानार्णव - श्लोक 839 (1 revision)
- योगसार - चूलिका-अधिकार गाथा 464 (1 revision)