Search results
Page title matches
- <p><strong>जीवपएसहिं मोहियहं ते जिणकम्मु भणंति ।।64।।</strong></p> ...14 KB (47 words) - 11:56, 17 May 2021
- <p><strong> विधेया मे भक्तिं पथि भवत एवाप्रतिनिधौ ꠰꠰64।।</strong></p> ...13 KB (52 words) - 11:56, 17 May 2021
- <p><strong>आदावणणिक्खेणसमिदी होदिति णिद्दिट्ठा।।64।।</strong></p> ...58 KB (149 words) - 16:34, 2 July 2021
- <p><strong>जाण अलिंगग्गहणं जीवमणिद्दिट्ठसंठाणं ।꠰64।।</strong></p> ...36 KB (66 words) - 11:56, 17 May 2021
- <p><strong>सो झायव्वो णिच्चं णाऊणं गुरुपसाएण ꠰꠰64꠰।</strong></p> ...19 KB (46 words) - 11:56, 17 May 2021
- णाणी कसाय विरदो विसयासत्तो जिणुद्दिट्ंठ।।64।। ...10 KB (16 words) - 11:57, 17 May 2021
- <p><strong>णिव्वाणमुवगदो वि य जीवत्तं पुग्गलो पत्तो ।।64।।</strong></p> ...59 KB (122 words) - 11:58, 17 May 2021
- {{GP:पंचास्तिकाय संग्रह-सूत्र - गाथा 64}} <span class="ParaStart">अर्थ: </span>{{GP:पंचास्तिकाय संग्रह-सूत्र - गाथा 64 - अर्थ}} ...1 KB (39 words) - 13:26, 30 June 2023
- {{GP:प्रवचनसार - गाथा 64}} <span class="ParaStart">अर्थ: </span>{{GP:प्रवचनसार - गाथा 64 - अर्थ}} ...1 KB (41 words) - 13:55, 23 April 2024
- {{GP:प्रवचनसार - गाथा 64}} <span class="ParaStart">अर्थ: </span>{{GP:प्रवचनसार - गाथा 64 - अर्थ}} ...1 KB (41 words) - 13:55, 23 April 2024
- {{GP:पंचास्तिकाय संग्रह-सूत्र - गाथा 64}} <span class="ParaStart">अर्थ: </span>{{GP:पंचास्तिकाय संग्रह-सूत्र - गाथा 64 - अर्थ}} ...2 KB (49 words) - 13:26, 30 June 2023
- ...style="color: #0000ff;"><strong>आदावणणिक्‍खेणसमिदी होदिति णिद्दिट्ठा।।64।।</strong></span></h2> ...62 KB (709 words) - 13:39, 17 April 2020
Page text matches
- {{GP:प्रवचनसार - गाथा 64}} <span class="ParaStart">अर्थ: </span>{{GP:प्रवचनसार - गाथा 64 - अर्थ}} ...1 KB (41 words) - 13:55, 23 April 2024
- {{GP:प्रवचनसार - गाथा 64}} <span class="ParaStart">अर्थ: </span>{{GP:प्रवचनसार - गाथा 64 - अर्थ}} ...1 KB (41 words) - 13:55, 23 April 2024
- {{GP:पंचास्तिकाय संग्रह-सूत्र - गाथा 64}} <span class="ParaStart">अर्थ: </span>{{GP:पंचास्तिकाय संग्रह-सूत्र - गाथा 64 - अर्थ}} ...2 KB (49 words) - 13:26, 30 June 2023
- {{GP:पंचास्तिकाय संग्रह-सूत्र - गाथा 64}} <span class="ParaStart">अर्थ: </span>{{GP:पंचास्तिकाय संग्रह-सूत्र - गाथा 64 - अर्थ}} ...1 KB (39 words) - 13:26, 30 June 2023
- *[[ वर्णीजी-प्रवचन:परमात्मप्रकाश - गाथा 64 | गाथा 64 ]] ...4 KB (62 words) - 11:55, 17 May 2021
- *[[ वर्णीजी-प्रवचन:समयसार - गाथा 63-64 | गाथा 63-64 ]] ...3 KB (58 words) - 11:55, 17 May 2021
- <td>[[ग्रन्थ:मोक्षपाहुड़ गाथा 64]]</td> ...9 KB (292 words) - 13:37, 29 August 2023
- *[[ वर्णीजी-प्रवचन:नियमसार - गाथा 64 | गाथा 64 ]] ...1 KB (24 words) - 16:33, 2 July 2021
- {{वर्णीजी-प्रवचन:नियमसार - गाथा 64 | नियमसार गाथा 64 }} ...1 KB (22 words) - 14:02, 17 April 2020
- *[[ वर्णीजी-प्रवचन:युक्त्यनुशासन - गाथा 64 | गाथा 64 ]] ...8 KB (130 words) - 11:55, 17 May 2021
- *[[ वर्णीजी-प्रवचन:नियमसार - गाथा 64 | नियमसार गाथा 64 ]] ...8 KB (126 words) - 13:54, 17 April 2020
- *[[ वर्णीजी-प्रवचन:मोक्षपाहुड - गाथा 64 | गाथा 64 ]] ...12 KB (214 words) - 11:55, 17 May 2021
- ...1 KB (41 words) - 13:55, 23 April 2024
- ...1 KB (41 words) - 13:55, 23 April 2024
- ...1 KB (41 words) - 13:55, 23 April 2024
- ...1 KB (41 words) - 13:55, 23 April 2024
- {{GP:पंचास्तिकाय संग्रह-सूत्र - गाथा 64}} ...17 KB (530 words) - 13:08, 19 August 2021
- <td>[[समयसार - आत्मख्याति टीका - कलश 64]]</td> ...9 KB (445 words) - 13:26, 14 December 2013
- ...1 KB (39 words) - 13:26, 30 June 2023
- ...1 KB (39 words) - 13:26, 30 June 2023
- {{GP:पंचास्तिकाय संग्रह-सूत्र - गाथा 64 - अर्थ}} ...19 KB (704 words) - 13:08, 19 August 2021
- {{GP:पंचास्तिकाय संग्रह-सूत्र - गाथा 64 - समय-व्याख्या}} ...22 KB (828 words) - 13:08, 19 August 2021
- * [[ ग्रन्थ:पंचास्तिकाय संग्रह-सूत्र - गाथा 64 - समय-व्याख्या ]] ...25 KB (664 words) - 13:16, 30 June 2023
- [[ ग्रन्थ:पंचास्तिकाय संग्रह-सूत्र - गाथा 64 - समय-व्याख्या | पूर्व पृष्ठ ]] ...2 KB (49 words) - 13:26, 30 June 2023
- [[ ग्रन्थ:पंचास्तिकाय संग्रह-सूत्र - गाथा 64 - समय-व्याख्या | अगला पृष्ठ ]] ...2 KB (49 words) - 13:26, 30 June 2023
- * [[ ग्रन्थ:पंचास्तिकाय संग्रह-सूत्र - गाथा 64 - तात्पर्य-वृत्ति ]] ...27 KB (704 words) - 13:35, 30 June 2023
- {{GP:पंचास्तिकाय संग्रह-सूत्र - गाथा 64 - समय-व्याख्या - हिंदी}} ...25 KB (992 words) - 13:08, 19 August 2021
- {{GP:पंचास्तिकाय संग्रह-सूत्र - गाथा 64 - तात्पर्य-वृत्ति - हिंदी}} ...28 KB (1,052 words) - 13:08, 19 August 2021
- ...934 bytes (25 words) - 17:49, 7 April 2023
- *[[ वर्णीजी-प्रवचन:रयणसार - गाथा 64 | गाथा 64 ]] ...16 KB (316 words) - 11:55, 17 May 2021
- *[[ वर्णीजी-प्रवचन:भावपाहुड - गाथा 64 | गाथा 64 ]] ...18 KB (328 words) - 11:55, 17 May 2021
- ...1 KB (28 words) - 11:06, 20 February 2024
- * [[ ग्रन्थ:प्रवचनसार - गाथा 64 - तत्त्व-प्रदीपिका ]] ...33 KB (817 words) - 14:03, 23 April 2024
- {{GP:प्रवचनसार - गाथा 64 - तत्त्व-प्रदीपिका}} ...28 KB (1,087 words) - 14:03, 23 April 2024
- {{GP:प्रवचनसार - गाथा 64 - तत्त्व-प्रदीपिका - हिंदी}} ...33 KB (1,357 words) - 14:03, 23 April 2024
- {{GP:प्रवचनसार - गाथा 64}} ...17 KB (617 words) - 14:03, 23 April 2024
- {{GP:प्रवचनसार - गाथा 64 - अर्थ}} ...21 KB (922 words) - 13:55, 23 April 2024
- * [[ ग्रन्थ:प्रवचनसार - गाथा 64 - तात्पर्य-वृत्ति ]] ...36 KB (922 words) - 14:03, 23 April 2024
- {{GP:प्रवचनसार - गाथा 64 - तात्पर्य-वृत्ति}} ...31 KB (1,227 words) - 14:03, 23 April 2024
- {{GP:प्रवचनसार - गाथा 64 - तात्पर्य-वृत्ति - हिंदी}} ...36 KB (1,532 words) - 14:03, 23 April 2024
- ...ास्थ्यं समाधिश्च योगश्चेतोनिरोधनम्। शुद्धोपयोग इत्येते भवंत्येकार्थवाचकाः ।64। नाकृतिर्नाक्षरं वर्णो नो व ...4 KB (62 words) - 14:39, 2 March 2024
- [[मोक्षपाहुड़ गाथा 64 | Next Page]] ...2 KB (45 words) - 21:30, 9 December 2013
- [[मोक्षपाहुड़ गाथा 64 | Previous Page]] ...3 KB (45 words) - 21:31, 9 December 2013
- [[समयसार - आत्मख्याति टीका - कलश 64 | Next Page]] ...5 KB (83 words) - 15:03, 10 December 2013
- ...166/6); (प्रवचनसार / तत्त्वप्रदीपिका / गाथा 196); (तत्त्वानुशासन श्लोक 63-64)</span></li> ...फल का प्रदान करनेवाला होता है। <span class="GRef">(पद्मनन्दि पंचविंशतिका 4/64)</span>। - देखें [[ ध्यान#1.2 | ध्यान - 1.2 ...9 KB (111 words) - 22:16, 17 November 2023
- [[समयसार - आत्मख्याति टीका - कलश 64 | Previous Page]] ...5 KB (87 words) - 15:03, 10 December 2013
- [[ वर्णीजी-प्रवचन:भावपाहुड - गाथा 64 | अगला पृष्ठ ]] ...5 KB (26 words) - 11:56, 17 May 2021
- <p> <strong>(64) परवश मोही जीवों द्वारा अमित ...5 KB (28 words) - 11:56, 17 May 2021
- ...ww.youtube.com/playlist?list=PLiQc3Yl9lACDuw-mqgzPFahLGQg0KkgTu जीवसमास - 64 अवगाहना यन्त्र]</span> ...48 KB (4,268 words) - 11:34, 4 April 2024
- [[ वर्णीजी-प्रवचन:रयणसार - गाथा 64 | पूर्व पृष्ठ ]] ...8 KB (14 words) - 11:57, 17 May 2021
- [[ वर्णीजी-प्रवचन:मोक्षपाहुड - गाथा 64 | पूर्व पृष्ठ ]] ...9 KB (44 words) - 11:56, 17 May 2021
- ...ृष्ट स्थिति 64 समय और उत्कृष्ट आबाधा 16 समय है। अतएव आबाधा कांडक का प्रमाण 64/16 = 4 होगा।</p> ...36 KB (546 words) - 22:16, 17 November 2023
- ...8 KB (41 words) - 11:56, 17 May 2021
- <span class="GRef">श्लोकवार्तिक पुस्तक 2/1/3/2/20/64 भाषा</span><p class="HindiText"> किन्हीं कर्म ...29 KB (569 words) - 19:29, 15 February 2024
- ...19 KB (366 words) - 14:39, 27 November 2023
- ...ाती है, उसकी सांतर-निरंतर द्रव्यवर्गणा संज्ञा है । यह सार्थक संज्ञा है । (64/12) । यह भी अग्रहण वर्गणा ही है; ...40 KB (538 words) - 21:35, 8 January 2024
- ...18 KB (143 words) - 11:55, 17 May 2021
- <p> <strong>(64) विषयविरक्त शीलरुचिक ज्ञानी ...14 KB (41 words) - 11:57, 17 May 2021
- <p>कुल स्थान = 64</p> ...40 KB (1,191 words) - 15:08, 26 February 2024
- [[ वर्णीजी-प्रवचन:मोक्षपाहुड - गाथा 64 | अगला पृष्ठ ]] ...12 KB (50 words) - 11:56, 17 May 2021
- [[ वर्णीजी-प्रवचन:रयणसार - गाथा 64 | अगला पृष्ठ ]] ...15 KB (26 words) - 11:57, 17 May 2021
- [[ वर्णीजी-प्रवचन:युक्त्यनुशासन - गाथा 64 | अगला पृष्ठ ]] ...15 KB (52 words) - 11:56, 17 May 2021
- ...>( पंचसंग्रह / प्राकृत/4/392-440 )</span>, (पं.सं./सं./4/199-257), (शतक/54-64), <span class="GRef">( धवला 6/146-198 )</span>, <span class="GRef"> ...94 KB (7,374 words) - 22:36, 17 November 2023
- ...के चरणों में आयगा, उसका बंधन तो नीचे हो जायगा और उसका विकास ऊपर हो जायगा । 64 यज्ञ चमर ढोलते हैं । ये भक्ति ...21 KB (83 words) - 16:34, 2 July 2021
- ...1), (भगवती आराधना / विजयोदयी टीका / गाथा 608/805), (तत्त्वार्थसार अधिकार 2/64)।</span></li> ...21 KB (228 words) - 14:39, 27 November 2023
- ...21 KB (66 words) - 17:53, 28 November 2021
- <p> <strong>(64) सम्यक्त्वाचरण का प्रताप</strong> ...20 KB (49 words) - 11:55, 17 May 2021
- ...षायपाहुड़ 1/1,1/15/22/2 )</span>, <span class="GRef">( कषायपाहुड़/1/1,1/46/64/4 )</span> <span class="GRef">( प्रवचनसार / तत्त ...40 KB (781 words) - 14:41, 27 November 2023
- [[ वर्णीजी-प्रवचन:भावपाहुड - गाथा 64 | पूर्व पृष्ठ ]] ...20 KB (51 words) - 11:56, 17 May 2021
- [[ वर्णीजी-प्रवचन:परमात्मप्रकाश - गाथा 64 | पूर्व पृष्ठ ]] ...19 KB (56 words) - 11:56, 17 May 2021
- ...पूर्वादि चारों दिशाओं में अशोक, सप्तच्छद, चंपक तथा आम्रवृक्षों के वन हैं।64। वे वन 1,00,000 योजन लंबे और 50,000 यो ...<td width="378" valign="top"><p><span class="HindiText">नंदीश्वर द्वीप के 64 वनों में से प्रत्येक में एक- ...91 KB (8,800 words) - 15:25, 27 November 2023
- ...के उपसर्गे ब्रह्मचर्यस्य गुप्तये। कायकार्श्यतपःप्राणिदयाद्यर्थं चानाहरेत् ॥64॥ </p> ...38 KB (752 words) - 14:40, 27 November 2023
- ...्कालवज्जमाणे वारट्ठिदीए अदित्थियावाहं। समयजुदावलीयाबाहूणो उक्कस्सठिदिबंधो ।64।</p> ...34 KB (279 words) - 22:16, 17 November 2023
- 64/12-22</p> 67/64-65</p> ...132 KB (11,542 words) - 22:21, 17 November 2023
- ...ास्थ्यं समाधिश्च योगश्चेतोनिरोधनम्। शुद्धोपयोग इत्येते भवंत्येकार्थवाचकाः ।64। नाकृतिर्नाक्षरं वर्णो नो व ...116 KB (1,966 words) - 10:01, 16 January 2024
- ...याद में गोटा या चांदी के तार के या और किस्म के चमर बना लेना चाहिए । तो ऐसे 64 यक्ष चमर ढोरते हैं भगवान के । ...57 KB (108 words) - 11:55, 17 May 2021
- ...xt"><strong>विद्याएँ</strong> — वे अक्षर, चित्र, गणित, गंधर्व और शिल्प आदि 64 कलाओं में स्वभाव से ही अतिशय ...100 KB (4,607 words) - 14:40, 27 November 2023
- ...25 KB (61 words) - 11:56, 17 May 2021
- ...67 KB (665 words) - 09:46, 10 January 2024
- ...31 KB (1,125 words) - 15:11, 27 November 2023
- ...38 KB (481 words) - 22:27, 17 November 2023
- ...53 KB (951 words) - 14:52, 29 February 2024
- ...157 KB (2,373 words) - 21:02, 2 January 2024
- ...30 KB (350 words) - 15:20, 27 November 2023
- ...74 KB (1,133 words) - 15:11, 27 November 2023
- ...36 KB (94 words) - 12:32, 20 September 2021
- ...कार स. 4, श्लोक सं. 29)</span> <span class="GRef">(अनगार धर्मामृत अधिकार 6/64-65)</span> <span class="GRef">(भूधरकृत भावना सं ...ेण पुणो धम्म सुक्कं च होदि जीवस्स। तम्हा संवरहेदू झाणो ति विचिंतये णिच्चं ॥64॥ </p> ...161 KB (2,719 words) - 17:15, 18 February 2024
- ...ार स. 4, श्लोक सं. 29</span>) ( <span class="GRef">अनगार धर्मामृत अधिकार 6/64-65</span>) (<span class="GRef">भूधरकृत भावना सं ...ेण पुणो धम्म सुक्कं च होदि जीवस्स। तम्हा संवरहेदू झाणो ति विचिंतये णिच्चं ॥64॥ </p> ...164 KB (2,892 words) - 04:11, 17 February 2023
- ...57 KB (114 words) - 11:56, 17 May 2021
- <p><strong> 64. आनंद की आत्माश्रयता</strong>―दुः ...48 KB (105 words) - 11:57, 17 May 2021
- <td width="75" valign="top"><p class="HindiText">64/54</p></td> <td width="56" valign="top"><p class="HindiText">64/3</p></td> ...357 KB (33,626 words) - 20:09, 15 February 2024
- ...्षण के सुख की भी बराबरी नहीं करते।2151। <span class="GRef"> (ज्ञानार्णव/42/64-68) </span></span></p> ...86 KB (1,640 words) - 22:36, 17 November 2023
- ...56 KB (790 words) - 15:21, 27 November 2023
- <td width="84" valign="top"><p><span class="HindiText">64</span></p></td> ...157 KB (5,631 words) - 15:10, 27 November 2023
- [[ वर्णीजी-प्रवचन:समयसार - गाथा 63-64 | अगला पृष्ठ ]] ...43 KB (84 words) - 11:58, 17 May 2021
- <p class="HindiText">64 मुंड । क्रियावादी</p> ...110 KB (1,955 words) - 22:16, 17 November 2023
- ...72 KB (1,613 words) - 15:21, 27 November 2023
- ...अयोगवाह, इस प्रकार सब अक्षर 64 होते हैं। उन अक्षरोंके संयोगोकी गणना 2<sup>64</sup> =18446744073709551616 होती है।</p> | 194|| कुल अक्षर|| 64|| उपरोक्तवत् ...220 KB (3,704 words) - 14:40, 27 November 2023
- <p><span class="GRef"> धवला 13/5,4,26/64/1 </span><span class="PrakritText">अंगंगबाहिरआगम ...73 KB (1,168 words) - 16:42, 29 February 2024
- ...गगदीणमाउं उदेदि बंधे उदिण्णगेण समं। दो सत्ता हु अबंधे एक्कं उदयागदं सत्तं ॥64॥ <td>64/5</td> ...269 KB (7,965 words) - 11:27, 15 February 2024