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- <p><strong>भट्टपहापरि विण्णविउ विमलु करेविणु भाउ ।।8।।</strong></p> ...70 KB (112 words) - 11:56, 17 May 2021
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- ...हा व प्रशम गुण</strong>―सम्यक्त्व जिसके उत्पन्न हुआ है उस जीव के संवेगादिक 8 गुण उत्पन्न होते हैं―संवेग,- ...23 KB (54 words) - 16:32, 2 July 2021
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- <span class="GRef"> द्रव्यसंग्रह टीका/15/50/8 </span><span class="SanskritText">केवलज्ञानरूपा ...61 KB (1,083 words) - 22:20, 17 November 2023
- ...g>कैवल्य संपद- </strong>हम आपके साथ द्रव्य कर्म का संबंध है। ज्ञानावरणादिक 8 कर्म हैं, रागद्वेष, विषयकषाय ...28 KB (97 words) - 16:34, 2 July 2021
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- ...व है चार प्रकार का ― मिथ्यात्व, अविरति, कषाय और योग । ये 4 प्रकार के आस्रव 8 प्रकार के कर्मों के बंध के का ...39 KB (144 words) - 11:57, 17 May 2021
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- ...ef">( राजवार्तिक/9/1/7-9/588/1 )</span>, <span class="GRef">( ज्ञानार्णव/2/8/1-3 )</span>।</span></p> ...45 KB (830 words) - 15:30, 27 November 2023
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- ...र श्री कुंदकुंददेव के मर्मों से सुपरिचित थे, यद्यपि इसके बीच अंतराल करीब 7-8 शत वर्षों का था । अमृतचंदजी स ...55 KB (66 words) - 16:35, 2 July 2021
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- ...जो रागद्वेषादिक परिणाम होते हैं उनका तो नाम भावकर्म है और जो ज्ञानावरणादिक 8 प्रकार के कार्माणवर्गणारूप ...60 KB (256 words) - 16:34, 2 July 2021
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- ...ी विशेषता है इस कारण इन 36 को भी मूल गुण कह दिया है, पर आचार्य में मूल गुण 8 हैं । प्रथम है―आचारी । जो पंच ...आदिक गुण―12 तप, 10 स्थिति कर्म और 6 आवश्यक कर्म । इनमें 10 स्थिति कर्म और 8 आचार्यवत्व आदिक, ये 18 गुण कुछ ...142 KB (272 words) - 11:56, 17 May 2021
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- ...गए और शाम को गौतम गणधर को केवलज्ञान हुआ। कभी-कभी अमावस्‍या के दिन सुबह 8-9 बजे तक ही अमावस्‍या रह जाती ...122 KB (1,532 words) - 13:39, 17 April 2020
- ...ुस्वरूप ही नहीं । दो चीजें मिल कर एक बनें―यह वस्तुस्वरूप में नहीं पड़ा है । 8 कर्मों का संयोग भी जीव नहीं । ...74 KB (142 words) - 11:57, 17 May 2021
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- ...अध:करण, अपूर्वकरण व अनिवृत्तिकरण परिणाम होता है। इस परिणाम का नाम लेने में 8 वां, 9 वां गुणस्थान न समझना, कि ...े के लिए उपशम परिणाम करता है, इसके बाद जब अपूर्वकरण परिणाम होता है तो वहां 8 वां गुणस्थान हो जाता है। यदि ...143 KB (405 words) - 16:34, 2 July 2021
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- ...्रम से गिरेगा । 11 वें से 10वें मे, 10वें से 9वें में, 9वें से 8वें में और 8वें से 7वें में, 7वें से छठे में ..., माया, लोभ का पहले क्षय हो गया । अप्रत्याख्यानावरण, प्रत्याख्यानावरण कषाय 8 ये, हास्य, रति, अरति, शोक, भय, जु ...90 KB (168 words) - 11:56, 17 May 2021
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- ...भैया ! छठे गुणस्थान में तो सर्वविदित है कि छेदोपस्थापना हो गई, किंतु 7वे, 8वें और 9वें गुणस्थान तक जहाँ अ ...बने हैं उन पर दृष्टि डालें तो वे विभिन्न प्रकार की स्थितियों से बने हैं । 8-10 वर्ष की उम्र में किस प्रकार ...223 KB (526 words) - 16:35, 2 July 2021
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